Publish Date:10-Sep-2019 23:19:33
नई दिल्ली: मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस के खेमे में इस बात की चर्चा थी कि कृपाशंकर सिंह पार्टी छोड़ सकते हैं और वो शिवसेना या बीजेपी दोनों ही पार्टियों के संपर्क में हैं. दरअसल महाराष्ट्र के महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे और कृपाशंकर सिंह के बीच स्क्रीनिंग कमेटी में टिकटों को लेकर झगड़ा हो गया.
महाराष्ट्र के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कृपाशंकर सिंह को कहा कि आप पांच मिनट में मुझे मुंबई का फ़ीडबैक दीजिए. इसका जवाब देते हुए कृपाशंकर सिंह ने कहा कि पांच मिनट में सभी सीटों के बारे में कैसे बता सकते हैं. साथ ही कृपाशंकर सिंह ने यह भी कहा कि वे मुंबई के अध्यक्ष रहे हैं. इस वक्त मुंबई कांग्रेस कैसे काम करती थी वो भी देखें. कृपाशंकर ने कहा कि उन्हें अपनी बात रखने के लिए समय चाहिए. इसके जवाब में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आप अपनी राय कल हमें लिखित में भेज दीजिए और आपको आने की जरुरत नहीं है. कृपाशंकर सिंह को मल्लिकार्जुन खड़गे का यह रवैया ठीक नहीं लगा और उन्होंने अपना इस्तीफ़ा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया.
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक कृपाशंकर सिंह अपने बेटे को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़वाना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी उस पर सहमत नहीं हो रही थी. मल्लिकार्जुन खड़गे चाहते थे कि कृपाशंकर सिंह विधानसभा चुनाव लड़ें क्योंकि महाराष्ट्र में अभी पार्टी कमज़ोर है. ऐसी स्थिति में सभी सीनियर लोगों को कांग्रेस टिकट देना चाहती है. कृपाशंकर सिंह मुंबई की कलिना सीट से चुनाव लड़ते हैं और वहीं से अपने बेटे को टिकट दिलवाना चाहते थे.
लोकसभा चुनाव से पहले भी जब मिलिंद देवड़ा को मुंबई का अध्यक्ष बनाया गया उस वक़्त भी कृपाशंकर सिंह ख़ुद मुंबई के अध्यक्ष बनना चाहते थे. उसके बाद जब लोकसभा टिकट बांटने की बारी आयी तो गुरदास कामत की सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी ने संजय निरूपम को वहां से टिकट दिया. जिस सीट से संजय निरूपम चुनाव लड़ते थे वहां से उर्मिला मातोंडकर को टिकट दिया गया था. उसके बाद ही कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने पार्टी को अलविदा कह दिया और शिवसेना में शामिल हो गईं.
साभार- एबीपी न्यूज