Publish Date:12-Mar-2020 19:48:47
बैंक हड़ताल के पूर्व बैंक कर्मियों का प्रदर्शन
भोपाल। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन एवं ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के आह्वान पर देशभर के 6 लाख बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी बैंकों के विलय के विरोध में तथा अन्य माँगों को लेकर 27 मार्च 2020 को अखिल भारतीय बैंक हड़ताल में शामिल होंगे। बैंक कर्मियों की माँग है कि:- 10 बैंकों के प्रस्तावित विलय को रोका जाए, 6 बैंकों को बन्द न किया जाए, आई.डी.बी.आई. बैंक का निजीकरण न किया जाए, प्रतिगामी बैंकिंग सुधारों को रोका जाए, बड़े खराब ऋणों की वसूली की जावे, जमा राशियों पर ब्याज दर बढ़ाई जाए, बैंक ग्राहकों पर लग रहे सेवा शुल्कों की राशि को कम किया जाए।
इसी तारतम्य में मध्य प्रदेश बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन एवं मध्य प्रदेश बैंक आॅफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में राजधानी, भोपाल की विभिन्न बैंकों के सैकड़ों बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी आज शाम 6ः00 बजे गौतम नगर, भोपाल स्थित इलाहाबाद बेंक के जोनल आॅफिस के सामने एकत्रित हुए। उन्होंने अपनी माँगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर प्रभावी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के पश्चात सभा हुई, जिसे बैंक कर्मचारी-अधिकारी नेताओं साथी वी.के. शर्मा, दीपक रत्न शर्मा, एम.एस. जयशंकर, मो. नज़ीर कुरैशी, जे.पी. झवर, गुणशेखरन, भगवानस्वरूप कुशवाह, सी.एस. शर्मा, अशोक पंचोली, प्रभात खरे, जी.बी. अणेकर, किसन खैराजानी, सतीश चैबे आदि ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने बताया कि केन्द्र सरकार ने घोषणा की है कि दस राष्ट्रीयकृत बैंकों का आपस में विलय कर चार बैंक बनाये जावेंगे, यानि दस में से 6 राष्ट्रीयकृत बैंकों का अस्तित्व समाप्त हो जावेगा।
केन्द्र सरकार के निर्णय के अनुसार 01 अप्रैल 2020 से पंजाब नैशनल बैंक में ओरियेन्टल बैंक आॅफ काॅमर्स एवं यूनाईटेड बैंक आॅफ इंडिया का, केनरा बैंक में सिन्डिकेट बैंक का, यूनियन बैंक आॅफ इंडिया में कार्पोरेशन बैंक एवं आन्ध्रा बैंक का तथा इन्डियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का विलय कर दिया जावेगा। वक्ताओं ने देश के निजी क्षेत्र के बैंक ”यश बैंक“ की असफलता को देखते हुए समस्त निजी क्षेत्र के बैंकों के राष्ट्रीयकरण की माँग की। उन्होंने कहा कि आई.डी.बी.आई. बैंक का निजीकरण न किया जावे। बढ़ते खराब ऋणों पर चिन्ता प्रकट करते हुए इनकी वसूली के लिए कारगर कदम उठाने की माँग की। उन्होंने कहा कि बैंकों कीी जमा राशियों पर ब्याज दर बढ़ाई जावे तथा बैंक ग्राहकों पर लग रहे सेवा शुल्कों को कम किया जावे। अन्त में उन्होंने बैंक कर्मियों से 27 मार्च 2020 की अखिल भारतीय बैंक हड़ताल को सफल बनाने की अपील की है।
प्रदर्शन में विभिन्न बैंकों के वी.के. शर्मा, दीपक रत्न शर्मा, एम.एस. जयशंकर, मो. नज़ीर कुरैशी, जे.पी. झवर, गुणशेखरन, भगवानस्वरूप कुशवाह, सी.एस. शर्मा, अशोक पंचोली, प्रभात खरे, जी.बी. अणेकर, किसन खैराजानी, सतीश चैबे, विनय नेमा, दिनेश भाई, अवध वर्मा, गजेन्द्र भाई, राजीव रंजन सिंह, अनिल मरोती, वैभव गुप्ता, शैलेन्द्र नरवरे, सत्येन्द्र चैरसिया, महेश जिज्ञासी, रितेश शर्मा, मंगेश दवांदे, अवध वर्मा, प्रदीप कटारिया, कृष्णा पाण्डेय, संजय धान, के.सी. लाल, संजीव दलवी आदि उपस्थित थे।