भोपाल, मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि लोकतंत्र हमारे पवित्र और साझा मूल्यों में से एक है,लेकिन केंद्र की मोदी सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। वह इसे अपने निरंकुश रवैये से खत्म करने पर उतारू है। मोदी सरकार को आश्वासनों की सरकार कहते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने भारत के चुनाव आयोग की स्वतंत्र छवि को कमजोर कर दिया है, अपने पक्ष में फैसला देने के लिए अदालतों में हेरफेर किया है, विपक्षी नेताओं और मीडिया के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल किया है। जेलों में भेजा है।झूठे मुकदमे दर्ज कराएं है। जेलों में बंद राजनेताओं की रिहाई में रुकावट पैदा कर रही है। जमानती मामलों में भी माननीय अदालतों में वैधानिक व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है। मुख्यधारा के मीडिया पर अपना नियंत्रण बढ़ाया है। यह तथ्य आम जनता के सामने है।
श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि कई उदाहरणों से पता चलता है कि लोकतंत्र को किस प्रकार से क्षीण किया जा रहा है। इसका बड़ा उदाहरण लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी को मोदी पर कटाक्ष करने के लिए गुजरात की एक अदालत ने दो साल की सजा सुनाई और उन्हें तुरंत सदन से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। ईडी और आयकर (आईटी) विभाग ने कई समाचार पोर्टलों के कार्यालयों पर छापेमारी की। निस्संदेह, लोकतंत्र पर हमला आरएसएस की एक वैचारिक परियोजना है। लोकतंत्र पर ये हमले राष्ट्रीय आक्रोश का अब कारण बन गए हैं। श्रीमती विभा पटेल ने आरोप लगाते हुए लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। विपक्ष के नेताओं को मोदी सरकार की आलोचना करने पर जेल में डाला जा रहा है। यह उसकी पूर्वाग्रह की भावना को प्रदर्शित करता है। मोदी सरकार ने लोगों से किए वादे पूरे नहीं किए । यह सवाल करने पर नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का शिकंजा कसा जाता है।
श्रीमती विभा पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार के राज में वित्तीय आतंकवाद की स्थिति है। इसके माध्यम से लोकतंत्र पर कब्जा करने का षडयंत्र चल रहा है। भाजपा को केंद्रीय जांच एजेंसियों का दबाव डलवाकर लगभग कम से कम 30 कंपनियों से भारी चुनावी फंड लिया है। चुनावी ब्बांड ने भाजपा की मोदी सरकार की पसंदीदा परियोजना ने सभी पारदर्शिता को खत्म कर दिया है।मीडिया पर एकाधिकार करके मोदी सरकार चाहती है कि आम जनता को इलेक्ट्राल बांड की जानकारी न मिले।
श्रीमती विभा पटेल ने मोदी सरकार पर जनता से झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए यह पूछा है कि 100 दिन में महंगाई कम करने के वादे का क्या हुआ। रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल की कीमत करने के वादे का भी क्या हुआ ? क्या आम आदमी की वित्तीय शक्ति के अनुपात में रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम की गई हैं ? क्या विदेशों में जमा काला धन वापस लाया गया है ? भारत में किस नागरिक को अच्छे दिन का एहसास हुआ?'
श्रीमती विभा पटेल ने भाजपा को नकलची और भ्रमित करने वाली पार्टी कहते हुए कहा कि उसने कांग्रेस का गारंटी शब्द चुराया है। गारंटी शब्द का उपयोग कांग्रेस ने असम औरल कर्नाटक, हिमाचल , राजस्थान चुनाव में किया था। अब इस शब्द का उपयोग प्रधानमंत्री कर रहे हैं।