भाजपा की मंडल अध्यक्ष को भाजपा के लोगों द्वारा प्रताड़ित किया जाना पारिवारिक मामला बता रही है भाजपा: मुकेश नायक
भोपाल, 18 मई 2024 भारतीय जनता पार्टी में मची आपसी कलह इस कदर हावी हो चुकी है कि पार्टी में अब महिलाओं को भी प्रताड़ित किया जाना उन्हें आत्महत्या तक के लिए मजबूर किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला भाजपा की मंडल अध्यक्ष दलित महिला नारायणी बरेठा का सामने आया है, जिसमें उन्होंने स्वयं एक वीडियों जारी कर भाजपा के शिवाजी मण्डल के अध्यक्ष सहित भाजपा के अन्य लोगों द्वारा उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने तथा अपशब्दों का उपयोग कर दुर्व्यवहार करने का संगीन आरोप लगाया है। उक्त वीडियों में आत्महत्या करने जैसे कदम उठाने और सल्फास खाने की बात की गई है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने दलित महिला को प्रताड़ित कियेे जाने की घटना काी घोर निंदा करते हुये कहा है कि लगातार दलितों-आदिवासियों को प्रताड़ित करना भाजपा नेताओं की फितरत है, दलित समाज की महिला के साथ अभद्र भाषा में बात करने पर भी एससी-एसटी एक्ट के तहत कोई करवाई नही होती, आखिर कहां हैं भाजपा के नेता जो रोज इधर उधर की बात करते हैं, परंतु अपनी ही दलित मंडल अध्यक्ष के साथ प्रताड़ना को रोक नहीं पा रहे, अब आत्महत्या की कगार तक बात आ गयी हैं। कहां हैं प्रदेश के गृह मंत्री बनाम मुख्यमंत्री जी।
नायक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की मंडल अध्यक्ष नारायणी बरेठा ने एक वीडियो जारी किया है, उस वीडियो में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें जातिसूचक अभद्र शब्दों का प्रयोग उनके साथ किया गया है और उन्हें इस हद तक प्रताड़ित किया जा रहा है कि वह आत्महत्या करने के लिए विवश हो रही है और भारतीय जनता पार्टी के नेता इसे अपना पारिवारिक मामला बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से पूछना चाहता हूं कि जब आपके परिवार के ही यह हालात हैं, परिवार के सदस्यों को प्रताड़ित होकर, वह भी एक दलित महिला जो आत्महत्या के लिए मजबूर हो रही है, इसको वह पारिवारिक मामला बता रहे हैं। यह कितना दुर्भाग्यजनक है। एक ओर तो दिल्ली के एक मामले को वह राष्ट्रीय मुद्दा बता रहे हैं, और दूसरे तरफ अपने ही मंडल अध्यक्ष को पारिवारिक मामला बता रहे हैं। मैं मध्य प्रदेश के गृहमंत्री एवं मुख्यमंत्री से यह कहना चाहता हूं कि वह इस प्रकरण को संज्ञान में लेकर गंभीरता से जांच करायें और और दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध नियमों के तहत सख्त कार्रवाई करें।