पश्चिम बंगाल में शनिवार को 8 सीटों पर पर मतदान हुआ। चुनाव आयोग के मुताबिक, शाम पांच बजे तक 78 फीसदी वोटिंग हुई है। इस बीच पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों के हिंसा की खबरें भी सामने आईं हैं। झारग्राम में BJP उम्मीदवार प्राणनाथ टुडू की गाड़ी पर हमला किया गया। ईंट बरसाई गई। कथित तौर पर केंद्रीय बलों के साथ भी मारपीट की गई। गड़बेता में प्राणनाथ टुडू की कार पर हुए हमले में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। उनके सिर पर चोट लगी है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि तृणमूल का आरोप है कि बीजेपी इलाके में अशांति फैला रही है।
वरिष्ठ भाजपा नेता और झारग्राम से उम्मीदवार प्रणत टुडू ने शनिवार को दावा किया कि पश्चिम मिदनापुर जिले के गड़बेता इलाके में उनके काफिले पर हमला किया गया, जिसके बाद उनके साथ चल रहे सुरक्षाकर्मी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
घाटल सीट पर भी BJP उम्मीदवार को टीएमसी समर्थकों ने रोका
घाटल सीट से भाजपा उम्मीदवार हिरन चटर्जी को तृणमूल समर्थकों ने केशपुर में एक मतदान केंद्र पर जाने से रोका, वे उनकी कार को आगे बढ़ने से रोक रहे थे और केंद्रीय बलों ने भाजपा उम्मीदवार को घेरा हुआ था। टीएमसी समर्थकों 100 दिनों की बकाया नौकरी की मांग कर रहे थे। सीएपीएफ के शीर्ष अधिकारी बलों के साथ राज्य पुलिस की सहायता से वहां पहुंचे।
तृणमूल समर्थकों ने कहा कि वे उन्हें मतदान केंद्र तक नहीं जाने देंगे। आंदोलनकारियों द्वारा घास की ढेर में आग लगाने के बाद हिरन के काफिले को पीछे हटना पड़ा। हिरन ने कहा कि केशपुर दूसरा पाकिस्तान बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कोई पुलिस नहीं है और राज्य पुलिस अराजकता की स्थिति में सत्तारूढ़ दल की सहायता कर रही है क्योंकि सड़क पर नाकाबंदी हटाने के लिए कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। चटर्जी और राज्य पुलिस के जवानों के बीच तीखी बहस भी हुयी। उधर, तृणमूल समर्थकों ने आरोप लगाया कि भाजपा उम्मीदवार परेशानी उत्पन्न कर रहे थे।
वहीं चटर्जी ने आरोप लगाया कि तृणमूल समर्थक मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर जाने से रोक रहे हैं। तृणमूल ने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थकों ने तृणमूल समर्थकों पर हमला किया है। टीएमसी ने एक्स पर कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने बार-बार कहा है कि कैसे बीजेपी ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करके वोटों में धांधली करने की कोशिश कर रही है। और आज, बांकुड़ा के रघुनाथपुर में, भाजपा के टैग लगे हुए पांच ईवीएम पाए गए। चुनाव आयोग को तुरंत इस पर गौर करना चाहिए और सुधारात्मक कारर्वाई करनी चाहिए।''
एक अन्य पोस्ट में, टीएमसी ने कहा, ‘‘एक पूर्ण चुनावी धोखाधड़ी! चुनाव कराने का यह शुवेंदु मॉडल है- नंदीग्राम में वोटों में धांधली करना, जब वे लोगों का जनादेश नहीं प्राप्त कर सकते! अभी केंद्रीय बल और चुनाव आयोग कहां हैं?'' एक रिपोर्ट में कहा गया है टीएमसी समर्थकों ने हल्दिया में तमलुक के भाजपा उम्मीदवार अभिजीत गांगुली के खिलाफ नारे लगाए।
हल्दिया में अभिजीत गांगुली के काफिले को घेरा
तृणमूल समर्थकों ने गांगुली को हल्दिया के भवानीपुर में एक मतदान केंद्र के पास आधे घंटे से ज्यादा समय तक रोके रखने के बाद राज्य पुलिस और त्वरित प्रतिक्रिया दल के जवानों ने हस्तक्षेप किया। गांगुली के काफिले को बाद में सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। राज्य में पांच चरणों मतदान लगभग शांतिपूर्ण रहा लेकिन शनिवार को अंतिम चरण में छठे चरण के मतदान से पहले पूर्व मेदिनीपुर जिले के तमलुक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत महिषादल में टीएमसी के पूर्व पंचायत नेता मोइबुल की हत्या कर दी गई।
मेदिनीपुर में पुलिस ने भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल को मतदान केंद्र में जाने से रोका। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि टीएमसी समर्थकों के इशारे पर पुलिस कारर्वाई कर रही है। पॉल ने यह भी आरोप लगाया कि कई अपीलों के बावजूद केंद्रीय बल ठीक से काम नहीं कर रहे हैं।
घाटल से टीएमसी उम्मीदवार देव ने कहा कि मतदाताओं को उनकी पसंद के अनुसार वोट डालने दें। उन्होंने मतदान केंद्र का दौरा करने के बाद तेज मतदान पर संतोष व्यक्त किया। भाजपा समर्थक बाबूलाल मंडल को पीटा गया और उन्हें हल्दिया में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां तमलुक लोकसभा उम्मीदवार अभिजीत गांगुली गए थे।
साभार- पं के