Publish Date:14-Oct-2019 18:27:49
प्रशासन अकादमी में महानिदेशक बैंस के मुख्य आतिथ्य में हुआ
प्रथम मिड-कैरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन
भोपाल, 14 अक्टूबर, 2019/ बारह वर्ष का सेवाकाल पूर्ण कर चुके राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों का प्रथम मिड-कैरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम सोमवार को यहाँ शाहपुरा स्थित आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में शुरू हुआ। प्रशासन अकादमी के महानिदेशक श्री इकबाल सिंह बैस के मुख्य आतिथ्य में प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए श्री बैस ने कहा सुनने एवं सीखने की प्रवृत्ति प्रशिक्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। अगर हमें अपनी दक्षता बढ़ानी है तो यह विचार मन से निकालना होगा कि मुझे सब पता है।
उद्घाटन सत्र में प्रमुख सचिव गृह श्री एस.एन.मिश्रा बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण श्री संजय राणा ने की। इस अवसर पर मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी भौंरी के निदेशक श्री के.टी.वाईफे व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक चयन भर्ती श्री संजीव शमी मंचासीन थे।
इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी देश के प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थानों के साथ-साथ ब्रिटेन की शेफील्ड हेलम यूनिवर्सिटी में आधुनिक पुलिसिंग की बारीकियाँ सीखेंगे। साथ ही ब्रिटिश पुलिस संस्थानों का भ्रमण भी करेंगे। राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों का यह पहला ऐसा मिड-कैरियर प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसमें उन्हें पुलिस से संबंधित महत्वपूर्ण राष्ट्रीय परिदृश्य से परिचित कराने के साथ-साथ विदेश में भी प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। प्रशिक्षण के प्रथम चरण में बारह वर्ष का सेवाकाल पूर्ण कर चुके राज्य पुलिस सेवा के लगभग 30 पुलिस अधिकारी इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
उद्घाटन सत्र में प्रमुख सचिव गृह श्री एस.एन.मिश्रा ने कहा खुशी की बात है पहली बार राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को भी विदेश में प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। इससे पुलिस बल के कौशल उन्नयन में इजाफा होगा। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि आपस में अपने-अपने अनुभव भी साझा करें। साथ ही प्रशिक्षण के दौरान सीखीं गई आधुनिक पुलिसिंग की बारीकियाँ दूसरे पुलिस अधिकारियों को भी बताएँ। वरिष्ठता आपके काम में झलकना चाहिए। उन्होंने कहा इस प्रशिक्षण से पुलिसिंग को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में समझने में मदद मिलेगी।
विशेष पुलिस महानिदेशक श्री संजय राणा ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि सीखने की प्रवृत्ति सदैव जागृत रखें। मन में यह बात कभी नहीं आना चाहिए कि हम सर्व ज्ञाता हैं। उन्होंने कहा इंटरनेट ने दुनिया को नजदीक ला दिया है। दुनिया में अब एक्यूज ऑरियेंटेड पुलिसिंग के स्थान पर विक्टिम ऑरियेंटेड पुलिसिंग हो रही है। हमें भी इसी तरह की मॉर्डन पुलिसिंग अपनाने की जरूरत है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बनाया गया है।
कार्यक्रम का संचालन प्रशासन अकादमी के संचालक श्री नितिन नादगांवकर ने किया। अंत में पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण श्री जितेन्द्र सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
यूके की हेलम यूनीवर्सिटी सहित चार संस्थानों में लेंगे प्रशिक्षण
राष्ट्रीय- अंतर्राष्ट्रीय स्तर के चार अलग-अलग संस्थानों में एक-एक हफ्ते का मिड-कैरियर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेगा। शुरुआती हफ्ते में 14 से 18 अक्टूबर तक आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें सोशल लेजिसलेशन, ई-गवर्नेंस, पब्लिक ऑर्डर एवं विक्टिमोलॉजी के साथ-साथ अन्य विभागों से समन्वय तथा इससे जुड़े अधिनियम आदि की बारीकियाँ सिखाई जा रहीं हैं। इस दौरान सुबह-शाम मानसिक तनाव दूर करने के लिए विशेष योग कक्षाएँ भी लगेंगी। इसके बाद 20 से 25 अक्टूबर तक नॉर्थ-ईस्टर्न पुलिस अकादमी उमसाव (मेघालय) में प्रशिक्षण कर्यक्रम चलेगा। जिसमें जेंडर संबंधी मुद्दों, केंद्रीय बलों एवं सेना के साथ समन्वय और संवेदीकरण कौशल व आंतरिक सुरक्षा इत्यादि विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मिड-कैरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम के तीसरे हफ्ते में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस मुंबई में 28 अक्टूबर से 2 नवंबर तक प्रशिक्षण सत्र आयोजित होगा । इस सत्र में इमोशनल इंटेलिजेंस, नेतृत्व एवं मेगा पुलिसिंग विषय व मैदानी भ्रमण के जरिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। आखिरी एवं चौथे हफ्ते में 4 से 9 नवंबर तक शेफील्ड हेलम यूनिवर्सिटी (यूके) में प्रशिक्षण और ब्रिटिश पुलिस संस्थानों का भ्रमण कराया जाएगा। इस दौरान सामुदायिक पुलिसिंग, मानवाधिकार, भीड़ नियंत्रण, सायबर व यातायात प्रबंधन आदि विषयों की बारीकियां सिखाईं जाएंगी। अंत में 18 नवंबर को आरसीपीपीवी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में डी ब्रीफिंग के साथ प्रशिक्षण का समापन होगा।