समय सीमा से पहले ही सरदार सरोवर बांध को भर कर, केन्द्र और गुजरात सरकार ने मध्यप्रदेश के हजारों निवासियों का जीवन संकट में डाला
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने आज जारी अपने वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खुश करने के लिए गुजरात सरकार ने 15 अक्टूबर की समय सीमा के पहले ही सरदार सरोवर बांध को 138.68 मीटर तक भर लिया है, जिससे मध्यप्रदेश के 192 से अधिक गांवों और लगभग 30 हजार से अधिक परिवारों की जान-माल का संकट खड़ा हो गया है, मानवीयता का तकाजा यह है कि एक राज्य के नागरिकों की खुशहाली के लिए दूसरे राज्य के निवासियों को इस तरह से संकट में नहीं डाला जा सकता, आश्चर्यजनक है कि इतने गंभीर मुद्दे पर भी मध्यप्रदेश के भाजपा सांसदों ने कोई आवाज नहीं उठाते हुए शर्मनाक चुप्पी ओढ़ रखी है।
श्रीमती ओझा ने कहा कि केवल यही नहीं, गुजरात सरकार ने मध्यप्रदेश को मिलने वाली 1200 मेगावाॅट बिजली और 289 करोड़ रूपये की क्षतिपूर्ति की राशि अब तक नहीं दी है, बल्कि गुजरात सरकार के अमानवीय एवं अड़ियल रवैये की वजह से मध्यप्रदेश सरकार पर 286 करोड़ रूपये का अतिरिक्त बोझ भी पड़ा है।
श्रीमती ओझा ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार उस मध्यप्रदेश पर जुल्म कर रही है, जिसने उसके लिए 28 लोकसभा, 8 राज्यसभा सदस्यों के साथ ही, 109 विधायक चुन कर दिये हैं। पूरे मामले में मध्यप्रदेश के साथ हो रहे अन्याय पर भाजपा सांसदों की चुप्पी हैरान करने वाली है, जाहिर है कि भाजपा नेताओं के लिए मोदी-भक्ति राज्य के हितों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
श्रीमती ओझा ने अपने बयान के अंत में कहा कि यह खेदजनक है कि प्रभावित क्षेत्र की जनता के हितों ध्यान में रखते हुए, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी द्वारा भी केन्द्र सरकार को बांध का जलस्तर न बढ़ाये जाने का अनुरोध करते हुए तीन पत्र लिखे जा चुके हैं, लेकिन केन्द्र सरकार ने अपनी हठधर्मिता दर्शाते हुए, निर्दयतापूर्वक हमारे राज्य के हितों को दरकिनार कर दिया।