Publish Date:22-May-2019 17:33:55
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने क़र्ज़ माफ़ी पर शिवराज सिंह चौहान को लिखा पत्र....
राजकाज न्यूज, भोपाल
मध्यप्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बड़े नेताओं के बीच बयान युद्ध बड़ गया हैं। जहां एक ओर बी जे पी के कुछ बड़े नेता मुख्यमंत्री कमलनाथ को घेरने में लगे हैं, तो दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान ने यह कहकर उनके ही नेताओं की इस बात की हवा निकाल दी कि- मैं, फ्लोर टेस्ट के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि हम तोड़फोड़ में भरोसा नहीं करते। ये सरकार अपने आप ही गिर जाएगी। इधर, बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह को एक पत्र लिखकर कहा है कि हमने 21 लाख किसानों की कर्ज माफी की, लेकिन आप चुनावों के कारण सच्चाई को अस्वीकार करते रहे। अब तो चुनाव समाप्त, अब कर्ज माफी की सच्चाई को स्वीकार करें। नाथ ने पत्र में आश्वस्त किया है कि आचार संहिता के बाद हम क़र्ज़ माफ़ी वापस प्रारंभ कर रहे है...उम्मीद है कि आपका सहयोग व शुभकामनाएँ मिलेगी।
सीएम कमलनाथ के सामने फ्लोर टेस्ट की चुनौती आने के 3 दिन बाद बुधवार को शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वो फ्लोर टेस्ट के पक्ष में नहीं है। 2006 से लेकर 2014 तक कांग्रेस नेताओं को घर से बुलाकर टिकट और मंत्री पद देने वाले शिवराज सिंह का कहना है कि हम तोड़फोड़ में भरोसा नहीं करते। ये सरकार अपने आप ही गिर जाएगी।
दरअसल, भाजपा की गुटबाजी कमलनाथ सरकार को लगातार बचा रही है। 109 विधायक होने के बावजूद भाजपा के रणनीतिकार बहुमत का जादूई आंकड़ा 116 तक पहुंचने की जुगत लगा ही रहे थे कि शिवराज सिंह ने बयान जारी करके उसकी हवा निकाल दी। दावा किया जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर फ्लोर टेस्ट के पक्ष में हैं। हांलाकि भार्गव ने भी कमलनाथ के पत्र के जवाब में फ्लोर टेस्ट की बात से इंकार किया है।
कमलनाथ ने लिखा शिवराज काे पत्र
कमलनाथ ने लिखा शिवराज को पत्र लिख कर कहा- आचार संहिता के बाद फिर कर्ज माफी वापस प्रारंभ कर रहे है...उम्मीद है कि आपका सहयोग व शुभकामनाएँ मिलेगी।