Publish Date:21-Nov-2019 20:07:43
शिवसेना की शहरी विकास, पीडब्लूडी, गृह, शिक्षा मंत्रालय की मांग
कांग्रेस स्पीकर, वित्त, ग्रामीण विकास, रेवेन्यू मंत्रालय चाहती है
मुंबई, 21 नवंबर 2019, महाराष्ट्र में अगले कुछ दिनों में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच गठबंधन सरकार बनने की संभावना दिख रही है. हालांकि सूत्र बताते हैं कि इन दलों के बीच विभागों को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. कांग्रेस नई सरकार में तीनों दलों के बीच बराबर-बराबर (14-14-14) विभाग बांटे जाने की बात कर रही है. शुक्रवार को मुंबई में शिवसेना के साथ होने वाली बैठक में इस मुद्दे को उठाया जा सकता है. साथ ही एनसीपी की ओर से रोटेशनल मुख्यमंत्री पद के लिए किसी तरह का कोई मुद्दा नहीं उठाया गया है.
शिवसेना शहरी विकास, पीडब्लूडी, गृह, शिक्षा (हायर टेक्निकल, मेडिकल और स्कूल) और ग्रामीण विकास मंत्रालय चाहती है.
एनसीपी को स्पीकर, गृह, वित्त, पीडब्लूडी, जल संसाधन और ग्रामीण विकास मंत्रालय चाहिए.
कांग्रेस स्पीकर, वित्त, ग्रामीण विकास और रेवेन्यू जैसे मंत्रालय चाहती है.
एनसीपी ने रोटेशनल सीएम पद के लिए अब तक कोई मांग नहीं रखी है. कांग्रेस ने एनसीपी से इसके लिए कहा है लेकिन एनसीपी इस पर चुप्पी साधे हुए है. शुक्रवार की बैठक में इस पर फैसला हो सकता है. कांग्रेस पार्टी शहरी विकास मंत्रालय भी अपने पास रखना चाहती है.
बता दें, कांग्रेस कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक गुरुवार को हुई, जिसमें शिवसेना के साथ महाराष्ट्र में गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा हुई. सीडब्ल्यूसी ने शिवसेना संग गठबंधन को हरी झंडी दे दी है. कार्यकारिणी की बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, हमने सीडब्ल्यूसी को महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक स्थिति से अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि एनसीपी से बात चल रही है.
कांग्रेस-एनसीपी के बीच बुधवार को पांच घंटे की लंबी बैठक चली थी, जो लगभग आधी रात खत्म हुई थी और उसके बाद फोन पर शिवसेना के साथ एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति बनी थी. बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के सरकार बनाने में असफल होने के बाद 12 नवंबर से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू है.(एजेंसी से इनपुट)
साभार- आज तक