Publish Date:21-Aug-2019 18:23:00
गैस कंपनियों की सुरक्षा को लेकर डीजीपी की अध्यक्षता में हुई तटवर्तीय समिति की बैठक
भोपाल 21 अगस्त 2019/ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्राकृतिक गैस एवं अन्य पेट्रोलियम उत्पाद अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए पेट्रोलियम कंपनियाँ हर जरूरी सुरक्षा मानक अपनाएं। मध्यप्रदेश पुलिस इसमें हर संभव सहयोग देने के लिए सदैव तत्पर है। यह बात पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह ने विभिन्न पेट्रोलियम एवं गैस कंपनियों की सुरक्षा को लेकर आयोजित हुई तटवर्ती सुरक्षा समन्वय समिति की द्वितीय बैठक में कही। श्री सिंह ने हर पेट्रोलियम इकाई में सुरक्षा के लिए पुख्ता एसओपी (स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) लागू करने पर विशेष बल दिया।
भारत सरकार के तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा अधिकृत तटवर्तीय समिति की बैठक बुधवार को यहां पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक श्री सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता श्री कैलाश मकवाना, आईओसीएल के सुरक्षा सलाहकार श्री वी.के रवि, गेल के कॉरपोरेट ऑफिस नई-दिल्ली के सुरक्षा सलाहकार श्री प्रमोद कुमार, राज्य शासन के गृह विभाग के सचिव श्री शाहिद अबसार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आपदा प्रबंधन श्री डी.सी.सागर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक काउंटर इंटेलीजेंस श्री संजीव शमी, पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था श्री अनंत कुमार सिंह, संयुक्त संचालक एसआईबी श्री बलवीर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता श्री मकरंद देउस्कर व पुलिस उप महानिरीक्षक कानून व्यवस्था श्री मनोज शर्मा सहित अन्य संबंधित पुलिस अधिकारी तथा बीपीसीएल के महाप्रबंधक श्री सिद्धार्थ बारवे एवं ओएनजीसी, इंडियन ऑयल, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम, गेल तथा अन्य पेट्रोलियम कंपनियों व इकाईयों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
पुलिस महानिदेशक श्री सिंह ने भरोसा दिलाया सुरक्षा के लिहाज से पेट्रोलियम कंपनियों की पुलिस से जो अपेक्षाएं है, मध्यप्रदेश पुलिस उन्हें पूरा करेगी। साथ ही पेट्रोलियम कंपनियों के अधिकारियों से कहा कि सुरक्षा को लेकर कभी निश्चिंत होकर न बैठें। कंपनी की आंतरिक सुरक्षा की हर लेयर पुख्ता हो। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस के साथ बेहतर समन्वय बनाएं। इस संबंध में सभी संबंधित पुलिस अधीक्षकों को सचेत कर दिया गया है। पुलिस महानिदेशक ने कहा यदि सुरक्षा से संबंधित कोई खुफिया जानकारी मिले तो उसे पुलिस से जरूर साझा करें। साथ ही कहा कि आपदा प्रबंधन प्लान ऐसा होना चाहिए, जिससे जोखिम की संभावना कम से कम हो। उन्होंने सुरक्षा में तकनीक का भरपूर उपयोग करने की बात भी कही। श्री सिंह ने भरोसा दिलाया कि पेट्रोलियम इकाईयों के आस-पास अतिक्रमण संबंधी समस्याओं का समाधान जिला प्रशासन व शासन स्तर से समन्वय बनाकर कराया जाएगा।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता श्री कैलाश मकवाना ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा अलर्ट जारी किए जाने पर पेट्रोलियम कंपनियां भी विशेष सर्तकता बरतें। हर कंपनी की इकाईयों में सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण हर स्थान पर अच्छी गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएं। उन्होंने कहा कि कंपनियों के कामगारों का पुलिस से चरित्र सत्यापन जरूर कराएं। पुलिस इस काम को तत्परता से अंजाम देगी। खेतों में अवशेष जलाने से दुर्घटनाओं की संभावना रहती हैं। इसलिए जन-जागरण कार्यक्रम चलाकर किसानों को ऐसा न करने के लिए समझाएं। इस संबंध मे जिला प्रशासन द्वारा धारा 144 भी लागू की जाती है। श्री मकवाना ने कंपनी के प्लांट, फिलिंग स्टेशन व पाईप लाईन क्षेत्र का पुलिस के साथ संयुक्त भ्रमण करने पर भी बल दिया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री डी.सी.सागर ने हर कंपनी में मजबूत आंतरिक आपदा प्रबंधन सिस्टम विकसित करने की बात कही। उन्होंने कहा जरूरत पड़ने पर एसडीआरएफ से भी हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक काउंटर इंटेलीजेंस श्री संजीव शमी ने भी सुरक्षा से जुड़ीं बारीकियां बताईं। इस अवसर पर विभिन्न पेट्रोलियम कंपनियों के अधिकारियों ने पाईप लाईन, प्लांट, फिलिंग स्टेशन की भौगोलिक स्थिति, सुरक्षा व्यवस्था व पुलिस से अपेक्षाओं से संबंधित प्रेजेन्टेशन दिए।