Publish Date:16-Aug-2019 19:19:04
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के नए हेड कोच (Head Coach) के नाम का ऐलान कर दिया गया है. कपिल देव (Kapil Dev) की अगुआई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (Cricket Advisory Committee) ने टीम इंडिया (Team India) के मौजूदा कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) को ही बतौर कोच बरकरार रखा है. रवि शास्त्री को अगले दो सालों के लिए टीम इंडिया का कोच चुना गया है. कपिल देव ने बताया कि कोच के दावेदारों के बीच कड़ी टक्कर रही. माइक हेसन दूसरे और टॉम मूडी तीसरे नंबर पर रहे.
अंशुमन गायकवाड़ ने बताया कि इंडियन क्रिकेट टीम को करीब से जानना रवि शास्त्री के हक में गया. गायकवाड़ ने कहा, 'रवि शास्त्री टीम को जानते हैं, हर खिलाड़ी को जानते हैं, भारतीय क्रिकेट टीम के सिस्टम को जानते हैं. जबकि दूसरे दावेदारों को एक नई शुरुआत नहीं करनी पड़ती.'
शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने 70 प्रतिशत मैच जीते
रवि शास्त्री (Ravi Shastri) 2017 में भारतीय टीम से मुख्य कोच (Indian Cricket Team Coach) के रूप में जुड़े थे. जुलाई 2017 से भारत ने 21 टेस्ट में से 13 में जीत दर्ज की. टी20 मुकाबलों में तो प्रदर्शन और भी बेहतर रहा जहां भारत ने 36 में से 25 मैचों में जीत दर्ज की. एकदिवसीय में भी भारतीय टीम 60 में से 43 मुकाबले जीतकर हावी रही. शास्त्री की अगुआई में टीम इंडिया ने 70 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय मैचों में सफलता हासिल की है. इनमें दो एशिया कप खिताब, ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत जैसी उपलब्धियां भी शामिल हैं. विराट कोहली की टीम टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक है तो वनडे में इंग्लैंड के बाद दूसरे नंबर पर है.
जानिए रवि शास्त्री का सफर
क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद रवि शास्त्री ने 1995 में मुंबई में वर्ल्ड मास्टर्स टूर्नामेंट से टीवी कमेंटेटर के तौर पर नई पारी शुरू की. हालांकि शास्त्री को नई पहचान तब मिली जब उन्होंने और सुनील गावस्कर ने ईएसपीएन-स्टार स्पोर्ट्स के साथ अप्रैल 2008 में लंबे समय से चला आ रहा कमेंटरी का अनुबंध खत्म कर इंडियन प्रीमियर लीग के लिए बीसीसीआई से अनुबंध कर लिया. 2007 में उन्हें बांग्लादेश दौरे के लिए अस्थायी तौर पर टीम इंडिया का कोच चुना गया. जुलाई 2017 में शास्त्री को क्रिकेट सलाहकार समिति ने भारतीय टीम का हेड कोच चुना. कांट्रेक्ट के अनुसार, रवि शास्त्री को इस काम के लिए हर साल 8 करोड़ रुपये देना तय हुआ, जो उनसे पहले टीम के कोच रहे अनिल कुंबले से 1.5 करोड़ रुपये ज्यादा थे.
साभार- न्यूज 18