Publish Date:27-Mar-2019 02:13:42
जयपुर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि न्यूनतम आय योजना के लिए उनकी पार्टी ने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन सहित दुनियाभर के प्रमुख अर्थशास्त्रियों से चर्चा की थी. राजस्थान के जयपुर में रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी छह महीने से इस विचार पर काम कर रही थी, क्योंकि वह प्रधानमंत्री मोदी के '15 लाख रुपये बैंक खाते में डालने के झूठ को सच्चाई में बदलना चाहती थी.' उन्होंने कहा, 'छह महीने पहले हमने काम शुरू किया. बैंक खाते में पैसे डालने का, आइडिया तो सही है...मगर इसमें झूठ बोल दिया गया 15 लाख रुपये का. कांग्रेस के लोग बैठे और छह महीने काम किया और मैंने पूछा कि इस आइडिये को सच्चाई में कैसे बदला जाए. नरेंद्र मोदी ने 15 लाख रुपये बैंक खाते में डालने की बात की. इस सोच को कांग्रेस पार्टी पूरा कैसे करे?'
उन्होंने कहा, 'छह महीने लगे, बड़े-बड़े अर्थशास्त्रियों से मैंने बात की. बिना किसी को बताए. भाषण नहीं किया. छह महीने से हम लगे हुए हैं. दुनिया के सबसे बड़े अर्थशास्त्रियों की सूची ले लो सबसे बात की...रघुराम राजन. एक के बाद एक करके सबसे बात की और कहा कि विचार अच्छा है. इसको हम पूरा करना चाहते हैं.'
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सोमवार को घोषणा की थी कि 2019 के इन आम चुनाव में उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वह देश के 20 प्रतिशत सबसे गरीब परिवारों को सालाना 72,000 रुपये न्यूनतम आय के तहत देगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद युवा उद्यमियों को नया उद्यम लगाने के लिए तीन साल तक सरकार से किसी तरह की मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि देश के 45 साल के इतिहास में सबसे अधिक बेरोजगारी आज मोदी सरकार के कार्यकाल में है.
उधर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गरीबों को सालाना 72 हजार रुपये देने की बात तो कर रहें हैं, पर वह उनसे पूछना चाहते हैं जब देश में कांग्रेस की सरकार थी तब उन्होंने ऐसा ऐलान क्यों नहीं किया. भाजपा के विजय संकल्प सभा के प्रचार अभियान कि शुरुआत करने वाराणसी पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह काशीवासियों कि खुशकिस्मती है कि वे इस बार भी प्रधानमंत्री का चुनाव करेंगे.
साभार- एनडीटीवी