Publish Date:15-Sep-2019 00:02:29
अहमदाबाद, 14 सितंबर 2019, गुजरात की लाइफ लाइन कही जाने वाली नर्मदा नदी का जल स्तर मध्य प्रदेश में हो रही बारिश के कारण लगातार बढ़ रहा है. सरदार सरोवर बांध में नर्मदा का जल स्तर शनिवार को 138 मीटर पहुंच गया. ऐसा पिछले 70 साल में पहली बार हुआ है.
नर्मदा के बढ़ते जल स्तर के पीछे मध्य के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश को वजह बताया जा रहा है. मध्य प्रदेश के ओमकारेश्वर और इंदिरा सागर बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. इन बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण सरदार सरोवर बांध का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा हैं.
छोड़ा जा रहा 7 लाख क्यूसेक पानी
जल स्तर के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अब सरदार सरोवर बांध के 23 गेट खोल दिए गए हैं. इन 23 गेट से सात लाख क्यूसेक पानी नर्मदा नदी में छोडा जा रहा है. इसे देखते हुए प्रशासन ने सीमावर्ती गांवों को अलर्ट कर दिया है. नर्मदा नदी के तट पर बसे 175 गांवों को अलर्ट किया गया है.
138.68 मीटर है सर्वोच्च लेवल
सरदार सरोवर बांध की नींव देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नहेरु ने रखी थी. बांध के गेट लगाने का कार्य सन 2014 में मोदी सरकार के केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के तीन साल बाद सन 2017 में पूरा हुआ. निर्माण के बाद पहली बार सरदार सरोवर बांध में जल स्तर 138 मीटर पहुंच गया है, जो सर्वोच्च लेवल 138.68 मीटर के काफी करीब है.
जन्मदिन पर आ सकते हैं पीएम मोदी
माना जा रहा है अपने जन्मदिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार सरोवर बांध पर मां नर्मदा की पूजा के लिए आ सकते हैं. मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने स्वयं प्रधानमंत्री को नर्मदा पूजन के लिए आमंत्रित किया है. मुख्यमंत्री रुपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी इस दिन सरदार सरोवर बांध पर पूजा अर्चना करेंगे. गौरतलब है कि प्रदेश में एक हजार स्थानों पर नर्मदा पूजन का लक्ष्य रखा गया है.
बता दें कि सन 2002 से लेकर 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ने नर्मदा कंट्रोल अथॉरिटी के सामने अनशन भी किए हैं. हालांकि अब वह देश के प्रधानमंत्री हैं. प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद महज 15 दिन के अंदर ही सब से पहला फैसला उन्होंने सरदार सरोवर बांध पर गेट लगाने का लिया था.
साभार- आज तक