Publish Date:26-Jun-2019 21:18:44
मप्र में सत्ता जाते ही गुटों से गिरोह में बदली भाजपा- कांग्रेस
मारपीट करने के आरोप में 8 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त
हाई प्रोफाइल हो गये इंदौर नगर निगम कर्मचारी की पिटाई मामले में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट से जमानत नहीं मिली। आकाश को नगर निगम अधिकारी की पिटाई के बाद गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आकाश को 11 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए हैं। इधर, कांग्रेस प्रवक्ताओं ने एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर वो कागजात और फोटो पेश किये हैं, जिनके आधार पर नगर निगम जर्जर मकान को तोड़ने पहुंची थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश में सत्ता जाते ही भाजपा गुटों से गिरोह में बदल गयी है।
इस मामले में अनेक भाजपा नेता आकाश के समर्थन में खड़े हो गए हैं, वहीं कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा है। आकाश के वकील कल सेशन कोर्ट में जमानत की याचिका दायर करेंगे। वहीं निगम अधिकारी धीरेंद्र बायस के साथ मारपीट करने के आरोप में 8 कर्मचारियों की निगम आयुक्त आशीष सिंह ने सेवाएं समाप्त कर दी हैं। विधायक आकाश विजयवर्गीय को रात 8 बजे जिला जेल में दाखिल किया गया। सेंट्रल जेल अधीक्षक ने जिला जेल, आज़ाद नगर पहुंच कर व्यवस्था सम्भाली। बड़ी संख्या में आकाश के समर्थक भी जेल के बाहर जमा हो गए।
आकाश ने नगर निगम अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटा था। विधायक आकाश के खिलाफ एमजी रोड थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट और बलवा की धारा 353 , 294 , 506, 147, 148 में केस दर्ज किया गया है। इसके बाद आकाश को गिरफ्तार कर लिया गया। आकाश को जिला कोर्ट के 40 नंबर कक्ष में पेश किया गया था। मजिस्ट्रेट गौरव गर्ग के काेर्ट में उन्हें पेश किया गया था।तमाम दलीलों को सुनने के बाद जमानत निरस्त कर दी गई है। कोर्ट परिसर में बड़ी संख्या में विजयवर्गीय समर्थक मौजूद थे। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि जनता के मुद्दे उठाए जा सकते हैं लेकिन सरकारी अधिकारी के साथ मारपीट नहीं की जा सकती।
आकाश का हमला
बता दें इंदौर के गंजी कंपाउंड इलाके में जर्जर मकान तोड़ने गए नगर निगम की टीम पर बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने क्रिकेट बैट से हमला बोल दिया था। उन्होंने सरेआम अफसर और कर्मचारियों को बैट से पीटा। इस दौरान पुलिस और नगर निगम अमले में शामिल अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ हाथापाई और तीखी बहस भी की थी। उनके समर्थकों ने नगर निगम की जेसीबी मशीन में भी जमकर तोड़फोड़ की थी।
गृहमंत्री का बयान
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने बयान दिया था कि मामले में आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से बीजेपी का चाल-चरित्र और चेहरा उजागर हुआ है। नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री जयवर्धन सिंह ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि को ऐसा नहीं करना चाहिए। इंदौर में महापौर बीजेपी की हैं, वह तय करेंगी कि इस मामले में क्या करवाई करनी है?
मप्र में सत्ता जाते ही गुटों से गिरोह में बदली भाजपा
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा एवं उपाध्यक्ष अभय दुबे ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में कहा है कि जो भारतीय जनता पार्टी सत्ता में रहते गुटों में बंटी हुई थी, उसने अब गिरोह का स्वरूप ले लिया है। मंदसौर में भाजपा नेता मनीष बैरागी जमीन हथियाने के लिए अपने ही वरिष्ठ नेता नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की सरेआम गोली मारकर हत्या कर देतेे हैं तो वहीं रतलाम जिले के कमेड गांव में हिम्मत पाटीदार बीमा पाॅलिसी की राशि के लिए अपने ही नौकर की खेत में हत्या करके खुद के कपड़े पहना देते हैं वहीं इंदौर में भाजपा नेता जगदीश करोतिया मासूम बेटी ट्विंकल डागरे को हवस का शिकार बनाकर हत्या कर उसे गाढ़ देते हैं।
यह सिलसिला यहीं नहीं रूकता, भाजपा के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के पुत्र प्रबल पटेल खुलेआम हथियार लहराकर लोगों पर गोलियां चलाते हैं तो दूसरी ओर भाजपा के ही पूर्व मंत्री और विधायक कमल पटेल के पुत्र सुदीप पटेल लोगों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। आज की घटना तो बेहद शर्मसार करने वाली है, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय अपनी ही पार्टी की इंदौर भाजपा महापौर मालिनी गौड़ से राजनैतिक द्वेषवश गुंड़ांे के साथ मिलकर निगमकर्मियों की पिटाई कर रहे हैं, जो बेहद निंदनीय है। अर्थात विरासत में मिली आपराधिक एवं अराजक मनोवृत्ति ही भाजपा नेता पुत्रों में हस्तांतरित हो रही है।
भाजपा महापौर मालिनी गौड़ और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की लंबे समय से चली आ रही राजनैतिक मतभिन्नता अब चरम पर है और हिंसक हो चली है। कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय ने बीजेपी महापौर मालिनी गौर को सीधी चुनौती देते हुए आज सरे राह निगमकर्मियों की पिटाई की। बीते दिनों भी एक पुल के लोकार्पण समारोह में खुले आम बीजेपी विधायक और बीजेपी महापौर की लड़ाई सामने आई थी। बुनियादी रूप से यह जनहित की नहीं, राजनैतिक वर्चस्व की लड़ाई है।
इंदौर में मानसून के पूर्व जीर्ण-क्षीर्ण अवस्था के अतिखतरनाक 26 मकानों को चिन्हित किया गया था, जिस पर बीते पांच दिनों से रोज कार्यवाही की जा रही थी, जिसमें से इंदौर नगर निगम द्वारा 8 मकानों को तोड़ दिया गया था। संजय पिता दौलत राम का मकान 52-53 नगर निगम रोड पर स्थिति है, जिसे एक वर्ष पहले अर्थात 3 अप्रैल 2018 को ही इस बात की सूचना दे दी गई थी कि यह मकान नगर पालिका अधिनियम-1956 की धारा 310 के प्रावधानों के अंतर्गत खतरनाक घोषित किया गया है। अतः इसे तत्काल खाली किया जाये। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि इंदौर के भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय अपने छोटे राजनैतिक उद्देश्यों के लिए इस बात की भी परवाह नहीं करते कि इस भवन में रहने वाले लोगों की बड़ी जनहानि हो सकती है।
मध्यप्रदेश कांगे्रस कमेटी कठोर शब्दों में भाजपा के विधायक श्री विजयवर्गीय द्वारा किये गये इस असंवैधानिक एवं अराजक कृत्य की घोर निंदा करती है।