Publish Date:30-Aug-2017 13:35:03
सरप्लस बिजली का दावा करने वाले मध्यप्रदेश में अगले 48 घंटे में ब्लैक आउट होने के आसार बन गये है. प्रदेश में कम बारिश होने पर खाली पड़े बांधों के कारण हाइड्रल पावर प्रोजेक्ट बंद हो गये है. वहीं राज्य के थर्मल पावर प्लांट को चलाने के लिए कोयला संकट खड़ा हो गया है. पीक आवर में बिजली सप्लाई प्रभावित होने लगी है.
जानकारी के मुताबिक, सरकार के पास अगले दो दिन का कोयला स्टाक बचा है. राज्य के कई थर्मल पावर प्लांट बंद है. ऐसे में अगले दो दिन में प्रदेश के ब़ड़े हिस्से में ब्लैक आउट होने की संभावना बन गई है. प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पारस जैन ने न्यूज18 से खास बातचीत में स्वीकार किया कि सरकार बिजली संकट से जूझ रही है. ऐसे में कोयला आपूर्ति को लेकर राज्य सरकार ने केंद्र से अतिरिक्त खेप की डिमांड की है.
क्या है पूरा मामलाः
-प्रदेश में बिजली संकट गहराने के आसार
-कम पानी से हाइड्रल पावर प्रोजेक्ट बंद
-बारह में से सिर्फ एक हाइड्रल पावर प्रोजेक्ट में हो रहा उत्पादन
-थर्मल पावर प्लांट में खड़ा हुआ कोयला संकट
-थर्मल पावर जनरेशन के लिए सिर्फ दो दिन का कोयला बाकी
-त्यौहारों के कारण बिजली की मांग 7 हजार 400 मेगावाट पहुंची
-मांग के विपरित आपूर्ति में आई कमी
-अमरकंटक,संजय गांधी,सतपुड़ा और सिंगाजी पावर प्लांट की उत्पादन क्षमता में आई कमी
-राज्य सरकार ने केंद्र से मांगा कोयला
-बाहर से बिजली खरीदने की कवायद
-बैंकिंग नहीं होने से बिजली खरीदी की तैयारी