Publish Date:08-Apr-2020 01:49:47
फिलहाल पल्लवी जैन को हटाया नहीं गया, विपक्ष की आलोचना से बचने लिया गया निर्णय
राजकाज न्यूज, भोपाल
राज्य शासन ने मंगलवार देर रात्रि में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग में बड़ा उलटफेर किया। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1989 बैच के अधिकारी मोहम्मद सुलेमान को अपर मुख्य सचिव लोेक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पदस्थ करते हुए उन्हें वर्तमान विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। इसी प्रकार अन्य आदेश में 2006 बैच के डॉ. सुदामा पी. खाडे को संचालक लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पदस्थ किया है। उन्हें भी वर्तमान के सभी विभाग को अतिरिक्त रूप से काम करने को कहा गया है। इस फेरबदल को मानवाधिकारी आयोग द्वारा उठाये गये कदम के परिणामस्वरूप लिया गया बताया जा रहा है। एक पत्रकार पर इसी तरह की लापरवाही का कथित आरोप लगने पर उस पर एफआईआर तक की गयी है। इस मुद्दे ने भी जोर पकड़ लिया है।
आयोग ने मध्य प्रदेश सरकार को यह बताने के लिए कहा है कि स्वास्थ्य विभाग के साथ काम करने वाले नौकरशाहों को कोविद19 के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद अस्पताल के आइसोलेशन वार्डों में क्यों नहीं ले जाया गया, और जो असफल रहा, उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई? यह कारण रहा कि स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल के ऊपर मो. सुलेमान को बैठा दिया गया। वैसे अभी उन्हें हटाने की कार्रवाई नहीं की गयी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मीडिया के सवाल पर यह जरूर कहा है कि हमने पूरी तैयारी कर रखी है। दूसरी पक्ति तैयार है, जरूरत पड़ने पर उन्हें इस कार्य में लगा दिया जाएगा।
रविवार को कांग्रेस ने पल्लवी जैन के अब तक काम जारी रखने की तीखी भर्त्सना की और इसको लेकर कई सवाल किये। राज्यसभा सदस्य और प्रमुख वकील विवेक तन्खा ने ट्वीट कर अधिकारियों के गैरजिम्मेदाराना व्यवहार पर मुख्यमंत्री को ध्यान देने का अनुरोध किया था, जिसमें कहा गया था कि वे मरीज हैं, अधिकारी नहीं। उन्होंने पल्लवी जैन के कई दिनों तक सीएम की मौजूदगी में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकों में शामिल होने पर भी सवाल उठाये थे। साथ ही बीते दिवस विपक्ष द्वारा हल्ला मचाने के बाद पल्लवी जैन के पूरे मामले में राज्य सरकार की ओर से स्पष्टीकरण दिया था। लेकिन फिर ज्यादा विवाद की स्थिति ना बने इसके पूर्व ही मोहम्मद सुलेमान की पदस्थापना का आदेश राज्य सरकार ने जारी कर दिये।