Publish Date:15-Feb-2020 20:20:04
भोपाल : शनिवार, फरवरी 15, 2020, राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने मशहूर शायर पद्मश्री बशीर बद्र को उनके 85वें जन्म-दिन पर उनके निवास पर पहुँचकर बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। राज्यपाल ने उन्हें शाल एवं गुलदस्त्ता भेंट किया।
बशीर जी की पत्नी श्रीमती राहत बद्र ने जब उन्हें बताया कि लखनऊ से श्री लालजी टंडन गवर्नर बनकर भोपाल आये हैं और आपके जन्म-दिन पर मुबरकबाद देने आये हैं, तो बशीर जी ने भोली-सी मुस्कुराहट के साथ कहा 'हमारे पास आये हैं तो हमारे हैं।' डिमेंशिया बीमारी से पीड़ित बशीर बद्र की स्मृतियों में ज्यादा कुछ शेष नहीं, पर जब उनकी पत्नि ने उनके दो-तीन मशहूर शेर याद दिलाये, तो मुस्कुरा दिये। लगभग सब कुछ भूलने वाले बशीर जी से जब भी कोई मिलता है, वे उसका हाथ चूमना नहीं भूलते। यह उनके अवचेतन में बसी मोहब्बत है।
श्रीमती राहत बद्र ने राज्यपाल को बताया कि स्व. अटल जी बशीर साहब के बड़े फैन रहे और इन्हें भद्र साहब कहते थे। राज्यपाल ने लखनऊ में हुए मुशायरे में बशीर जी की शायरी, सहजता, सरलता और अटल जी को याद करते कहा कि एक बार जब किसी ने बद्र साहब से पूछा कि अटल जी बड़े नेता हैं या गाँधी जी, तो बद्र साहब ने कहा हिन्दुस्तान की दो आँखें हैं, एक गाँधी जी जो बंद हो गई है और दूसरी अटल जी जो जाग रही है।
आज की यह आत्मीय मुलाकात श्री लालजी टंडन की पहल पर हुई। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि जब मैं भोपाल आया, तो मुझे बशीर साहब से मिलने की बहुत इच्छा थी। सुयोग से उनके जन्म-दिन पर यह अवसर बना। इस अवसर पर राज्यपाल, उनके परिजनों और परिचितों के बीच बशीर साहब ने केक काटा। राज्यपाल ने बशीर साहब के स्वस्थ जीवन की कामना की।