Publish Date:16-Oct-2019 00:39:06
नई दिल्ली. दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के चौथे चरण में जिन तीन कॉरीडोर को काम अभी अधूरा है, उनमें सरकार टायर पर चलने वाली मेट्रो रेल (Metro Train) के परिचालन की संभानायें तलाश रही है.
आवास एवं शहरी मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने पीटीआई भाषा को बताया कि मेट्रो रेल चौथे चरण के तीन कॉरीडोर का काम अभी शेष है. इनमें कम लागत वाली ‘मेट्रो ऑन टायर’ और मेट्रो लाइट चलायी जायेगी.
मौजूदा मेट्रो के परिचालन से पांच गुना कम खर्च में चलेगी
उल्लेखनीय है कि दिल्ली मेट्रो रेल प्रबंधन (DMRC) ने द्वारका सेक्टर 25 से कीर्ति नगर के बीच 19 किमी के रूट पर देश की पहली मेट्रो लाइट चलाने की तैयारी कर ली है. इस मार्ग पर मेट्रो लाइट का काम शुरु करने के लिये डीएमआरसी को दिल्ली सरकार (Delhi Government) और फिर केन्द्र सरकार की मंजूरी का इंतजार है.
हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘‘तीसरे फेज का काम पूरा हो रहा है, चौथे फेज में तीन चरण का काम हो गया है तीन का बाकी है, इनमें मेट्रो लाइट और टायर पर मेट्रो चलाने की योजना है.’’ उन्होंने कहा कि टायर पर चलने वाली मेट्रो की परिचालन लागत, मौजूदा मेट्रो की परिचालन लागत से पांच गुणा तक कम होगी. इसी प्रकार मेट्रो लाइट (Metro Lite) की लागत मौजूदा मेट्रो से 30% कम होगी.
इससे पहले इसे सूरत में भी चलाए जाने का है प्लान
हरदीप सिंह पुरी ने स्पष्ट किया कि किस इलाके में कौन सी मेट्रो चलायी जाये, यह यात्रियों की संभावित संख्या पर निर्भर करेगा. कम मांग वाले शहर के बाहरी इलाकों में ग्रामीण क्षेत्रों को मेट्रो रेल से जोड़ने के लिये मेट्रो लाइट और मेट्रो ऑन टायर (Metro on Tyre) बेहतर विकल्प होंगे.
मेट्रो लाइट और मेट्रो ऑन टायर में छोटे आकार के तीन से छह तक कोच होंगे. इसे छोटे शहरों में चलाये जाने की योजना है. टायर पर चलने वाली मेट्रो के परिचालन को गुजरात के सूरत शहर में भी चलाने की योजना को मंजूरी दी गयी है. इसका परिचालन करने वाला दिल्ली (Delhi) दूसरा शहर होगा.
चौथे चरण के शेष तीन कॉरिडोर पर छोटी मेट्रो
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि चौथे चरण में शेष बचे तीन कॉरीडोर पर मौजूदा परिचालन वाली मेट्रो रेल के बजाय छोटी मेट्रो चलाने का फैसला किया गया है. किस रूट पर कौन सी मेट्रो चलेगी, यह डीएमआरसी (DMRC) के प्रस्ताव पर निर्भर करेगा.
साभार- न्यूज 18