नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि किसानों को वाजिब मूल्य तो छोड़ो, नहीं मिल रहा उन्हें कोई मूल्य
भोपाल 17 मार्च 2018। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि इसे प्रदेश के किसानों का दुर्भाग्य या सौभाग्य कहें कि जिस समय किसान अपनी टमाटर की फसल जानवरों को खिलाने और सड़कों पर फेंकने पर मजबूर हैं उस समय हमारे प्रदेश के खुद को किसान पुत्र कहलवाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में पुरस्कार लेने में मस्त थे।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि एक प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसे वह पुरस्कार ले सकता है जहां किसान अपनी फसल का वाजिब तो छोड़ो उसका कोई मूल्य ही न मिल रहा हो और उसे अपनी मेहनत और साल भर की पूंजी लगाकर, कर्ज लेकर फसल उगाई हो जिसे वह अपने आंखों के सामने जानवरों को खिलाने पर मजबूर हो। सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही प्रतिदिन किसान अतिरिक्त पैसा लगाकर टमाटर तोड़ रहे हैं और सड़कों पर फेंक रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि पिछले 12 साल से मुख्यमंत्री किसानों को बरगला रहे हैं। कृषि विकास दर दुनिया में सर्वाधिक, जीरो प्रतिशत ब्याज, 40 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई, 10 घंटे बिजली, कृषि कैबिनेट, कृषि का अलग से बजट, इन जुमलों से मुख्यमंत्री, किसानों के साथ फरेब करते रहे हैं। श्री सिंह ने कहा यह सब कुछ है भी तो इससे क्या, आज किसान को अपनी फसल जानवरों को खिलाना पड़ रही है। सरकार की किसानों को लेकर जो भी नीतियां बनाई वे पूरी तरह असफल रही हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बारह सालों में मुख्यमंत्री ने फूड प्रोसेसिंग कृषि को उद्योग से जोड़ने की जुमले की हकीकत में बदला होता तो आज किसान को यह दिन नहीं देखना पड़ता।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि 15 हजार से अधिक किसानों द्वारा आत्महत्या की घटनाएं, प्याज के बाद टमाटर को सड़कों पर फेंके जाना और बरेली मंदसौर में किसानों पर गोलीकांड की घटनाओं के बाद सरकार को चाहिए कि वह तब तक किसानों के नाम पर दिए जाने वाला कोई अवार्ड न ले जब तक किसानों को उनकी उपज का पूरा मूल्य न मिले और कृषि लाभ का धंधा न बन जाए।
श्रीमती प्रीति रघुवंशी द्वारा आत्महत्या
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अगर वाकई में महिला हितैषी हैं तो उन्हें श्रीमती प्रीति रघुवंशी द्वारा आत्महत्या करने के मामले में प्रथम दृष्टया संदेहियों के खिलाफ सख्त कदम उठाकर यह बताना चाहिए कि उनके सामने एक ड्रायवर की बेटी ज्यादा महत्वपूर्ण बनिस्बत मेरे नजदीकी मंत्री रामपाल सिंह के। उन्होंने कहा कि वे वाकई में महिलाओं को बहन और बेटियों को भांजी मानते हैं तो उन्हें मंत्री और उनके पुत्र के विरूद्ध वही कानून लागू करना चाहिए जो उनका तंत्र आम जनता के लिए लागू करता है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि महिलाओं और बेटियों को लेकर बड़ी बातें करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मंत्री रामपाल सिंह की बहू द्वारा आत्महत्या करने के मामले में अपनी कथनी और करनी में अंतर नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक ड्रायवर की बेटी द्वारा मंत्री पुत्र से विवाह इतना नागवार था कि उसे आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ा। सिंह ने कहा कि एक पत्नी के रहते हुए दूसरी शादी की इजाजत क्या शिवराज सरकार के मंत्री पुत्र को है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में मंत्री रामपाल सिंह की भूमिका स्पष्ट दिखलाई देती है। इसलिए यहां वही कानून मुख्यमंत्री लागू करें जो उनके राज में आम जनता पर लागू किया जाता है।
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने गुड़ी पड़वा और चैती चांद पर प्रदेश के नागरिकों को दी शुभकामनाएं
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने गुड़ी पड़वा और चैती चांद की प्रदेश के नागरिकों और सिंधी समाज के लोगों को शुभकामनाएं दी। सिंह ने कहा कि हमारे पर्व भारतीय संस्कृति और संस्कार के प्रतीक हैं। इनके जरिए लोगों में एक दूसरे के प्रति प्रेम सद्भाव और कुछ नया करने का जज्बा पैदा होता है। उन्होंने हिंदू संस्कृति के अनुसार 18 मार्च से शुरू हो रहे नव वर्ष पर कहा कि यह वर्ष निश्चित ही हमारे प्रदेश में खुशहाली का एक नया संदेश लाएगा।