Publish Date:15-May-2019 21:23:39
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान लगातार हो रही हिंसा के बीच भारतीय चुनाव आयोग ने बुधवार रात को एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया। चुनाव आयोग ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में 19 मई को होने वाले अंतिम चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार पर गुरुवार रात 10 बजे के बाद से रोक लगा दी है। खबरों के अनुसार पश्चिम बंगाल के गृह सचिव को हटा दिया गया है। मुख्य सचिव फिलहाल गृह सचिव का काम देखेंगे। चुनाव आयोग ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने से भी नाराज है।
चुनाव प्रचार को वास्तव में शुक्रवार शाम पांच बजे समाप्त होना था, लेकिन राज्य में समय से पहले ही इस पर रोक लगा दी गई है। यह घोषणा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के मंगलवार को रोडशो के दौरान हुई हिंसा के बाद लिया गया है। कल रात 10 बजे के बाद से चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा आयोग ने राज्य के प्रधान सचिव और गृह सचिव की छुट्टी कर दी गई है। उधर चुनाव आयोग के सख्त कार्रवाई पर ममता बनर्जी भड़क गई हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के निर्देश पर चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया है।
आयोग ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालने पर भी बैन लगा दिया है। बंगाल के ADG CID राजीव सिंह को गृह मंत्रालय भेजा गया है। राज्य में 19 मई को 9 सीटों पर वोट डाले जाने हैं। दमदम, बशीरहाट, बारासात, जयनगर, मथुरापुर, जाधवपुर, डायमंड हार्बर, साउथ और नार्थ कोलकाता में कल 10 बजे से मतदान तक चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी गई है। उससे पहले ही आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। आखिरी राउंड के लिए जो चुनाव प्रचार परसों यानी 17 मई की शाम पांच बजे खत्म होना था, लेकिन अब ये कल यानी 16 मई को रात 10 बजे ही खत्म हो जाएगा। इसके बाद किसी तरह के सार्वजनिक प्रचार की अनुमति नहीं है।
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