Publish Date:03-Apr-2020 15:33:32
भोपाल। स्वास्थ्य विभाग में संचालक आईएस को कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। जहाँ पर उनका उपचार किया जा रहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार भोपाल के एक आईएएस डॉ. जे विजय कुमार को कोरोना से पॉज़िटिव पाएं जाने से मंत्रालय में हड़कंप मच गया हैं। यह अधिकारी को राजधानी के निजी अस्पताल चिरायु में भर्ती किया गया है। उधर सतपुड़ा भवन में कल तक रूटीन का काम चल रहा है करीब 200 कर्मचारी काम पर सुबह 11 बजे से 6 बजे तक काम कर रहे जबकि सभी ऑफिसों में लॉक डाउन कर रखा है अब इन 200 कर्मचारियों में इस बात की दहशत है और इनके परिजन चिंतित है कि आईएएस अफसर द्वारा कर्मचारियों को फाइल दी होगी दिन भर जो काम बताया उसमे कितनी बार कौन उनके चेम्बर गया। इधर, कई सीनियर अधिकारियोें द्वारा इस जानकारी के बाहर आने के बाद स्वयं को क्वारंटाइन कर लिया हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोरोना से सम्बंधित कोई काम नही कराया जाता था।जिस तरह से ऑफिस लगता वैसे लगा रहा था आज अवकाश के आदेश निकाला वह भी सिर्फ आज के लिए अगर समय रहते कर्मचारियों के स्वास्थ्य की ओर ध्यान नही दिया तो ओर भी कोरोना के मरीज बड़ सकते हैं। इन कर्मचारियों की भी जांच होना जरूरी है।
इधर, अजय दुबे ने कहा है कि एक ओर तो कोरोना पॉजिटिव होने पर पत्रकार सक्सेना को AIIMS भेजने के साथ उनके घर को सैनीटाइज कर प्रचारित किया और उनके मिलने वालों की हिस्ट्री निकालकर क्वारंटाइन करवाया गया। वहीं IAS डॉ विजय कुमार कोरोना पॉजिटिव होने पर निजी अस्पताल/घर मे सुविधा अनुसार आइसोलेशन में रहते हैं लेकिन उनके घर /कॉलोनी को सैनीटाइज करने की सूचना प्रसारित नही करते हैं।
यह अधिकारी मध्यप्रदेश की जनता को कोरोना से बचाने के लिए लगातार सक्रिय थे और इनके संपर्क में अधीनस्थ स्टाफ के साथ अन्य कई आईएएस अधिकारी संपर्क में थे जिनको क्वारंटाइन में भेजना जरूरी है लेकिन सरकार मौन धारण कर बैठी है। यह सब मंत्रालय में प्रमुख सचिव हेल्थ, मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री से संपर्क में थे क्योकि यह लोग जनता को कोरोना से बचाने के लिए काम कर रहे हैं।सरकार सबकी सुरक्षा कोरोना प्रोटोकॉल के तहत करे।वैसे बड़े अधिकारियों के लिए भोपाल में प्रशासन अकादमी होस्टल को क्वारंटाइन के लिए रिज़र्व कर रखा है।