Publish Date:05-Mar-2020 19:22:01
राजस्व वसूली को लेकर कंपनी का रुख सख्त
भोपाल : गुरूवार, मार्च 5, 2020, राजस्व वसूली के लिये निर्धारित लक्ष्य और उपभोक्ता सेवाओं के प्रति रूचि नहीं दिखाने और कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा तीन वरिष्ठ अधिकारियों की विभागीय जाँच के निर्देश जारी किये गये हैं। इनमें तत्कालीन उप-महाप्रबंधक ग्वालियर श्री गगन देव, गोहद के श्री हरीश मेहता तथा रायसेन के श्री के.के. सिंह शामिल हैं।
इसी प्रकार डबरा के उप-महाप्रबंधक श्री जी.एस. लांबा को प्रति यूनिट नगद राजस्व वसूली (सीआरपीयू) में कमी तथा कार्य में कोताही बरतने के चलते आरोप पत्र जारी किया गया है। इनके अलावा कंपनी ने संचालन एवं संधारण भोपाल के तत्कालीन उप-महाप्रबंधक श्री एम.एल. निकरवार तथा मौजूदा महा-प्रबंधक श्री प्रदीप सिंह चौहान को भी राजस्व वसूली में गिरावट आने और उनके द्वारा राजस्व वसूली में रूचि न लेने के मद्देनजर कारण बताओ नोटिस जारी किये गये हैं।
लाइनमेन बिजली उपभोक्ताओं से करें बेहतर व्यवहार, लाइनमेन संवाद कार्यक्रम में प्रबंध संचालक मनीष सिंह
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री मनीष सिंह ने राजस्व वसूली और बेहतर उपभोक्ता सेवाएं देने के लिए आयोजित 'लाइनमेन संवाद कार्यक्रम' के अंतर्गत भोपाल शहर एवं भोपाल ग्रामीण में कार्यरत लाइन स्टॉफ से कहा है कि वे बिजली उपभोक्ताओं से अच्छा व्यवहार करें तथा पेईंग उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें बेहतर सेवाएं दी जाना भी सुनिश्चित करें।
प्रबंध संचालक श्री मनीष सिंह ने यह कहा कि लाइन स्टाफ बकाया राशि की वसूली के लिए बकायादारों की श्रेणीवार सूची तैयार कर प्रभावी डिस्कनेक्शन करें। यह डिस्कनेक्शन इस प्रकार होना चाहिए कि कंपनी को राजस्व प्राप्त हो। यदि डिस्कनेक्शन के उपरांत भी उपभोक्ताओं द्वारा बकाया राशि जमा नहीं की जाती है तो संबंधित परिसर को चेक किया जाए कि कहीं बकायादार द्वारा कनेक्शन जोड़ तो नहीं लिया गया है। यदि कनेक्शन जोड़ लिया गया है तो विद्युत अधिनियम 2003 के अंतर्गत नियमानुसार कार्यवाही की जाए।
प्रबंध संचालक श्री मनीष सिंह ने कहा कि लाइन स्टाफ मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी और उपभोक्ताओं के बीच महत्वपूर्ण सेतु है। अच्छा कार्य कर रहे लाइन स्टाफ को मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी सम्मानित करेगी। उन्होंने जोर दिया कि उपभोक्ता परिसर तक बिजली आपूर्ति के लिए लगने वाली औसत आपूर्ति लागत के अनुरूप प्रति यूनिट नकद राजस्व वसूली (सीआरपीयू) लाने के लिए सघन प्रयासों की जरूरत है। बिजली चोरी की रोकथाम में लाइनमेन अपनी भूमिका निभाएं और उपभोक्ता शिकायतों (एफओसी) अटेण्ड करने में तत्परता बरतें। लाइन स्टॉफ यह भी ध्यान रखे कि जो आउटसोर्स और अन्य संविदा कर्मी काम कर रहे हैं उनकी सुरक्षा का भी ख्याल रखें। उपभोक्ताओं से लगातार संवाद बनाए रखें और अपने क्षेत्र के उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर अपनी डायरी में अंकित करें, ताकि मोबाइल से बकाया राशि की वसूली के प्रयास किए जा सकें।