Publish Date:17-Mar-2020 00:40:15
नई दिल्ली. वैश्विक बाजार में सोमवार को कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में 10 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई. कच्चे तेल के दाम में यह गिरावट मुख्यत: दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस (COVID-19) की वजह ट्रैवल और बिजनेस पर पड़ी मार की वजह से आया है. CNBC ने अपनी एक रिपोर्ट में यह बात कही है. सोमवार को US वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रुड का भाव 2.29 डॉलर प्रति बैलर घटकर 29.42 डॉलर के स्तर पर आ गया. सोमवार को ही इसके पहले यह करीब 10 फीसदी गिरकर 28.03 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया था.
वहीं, ब्रेंट क्रुड (WTI) का भाव भी 3.68 डॉलर यानी 10.7 फीसदी लुढ़ककर 30.17 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया है. फरवरी 2016 के बाद यह अब तक ब्रेंट क्रुड का न्यूनतम भाव है.
कोरोनावायरस की वजह से लोग कम ट्रैवल कर रहे हैं. यही कारण है तेल की मांग कम हुई है. इससे कच्चे तेल के दाम पर असर पड़ा हैं. डिमांड और स्पलाई की दबाव की वजह से कच्चे तेल के दाम में गिरावट आई है. वहीं, दूसरी तरफ कच्चे तेल का प्रमुख उत्पादक सऊदी अरब ने आउटपुट बढ़ाने के साथ दाम में कटौती की है ताकि एशियाई और यूरोपीय ग्राहकों का सेल्स बढ़ा सके.
भारत ने बढ़ाया पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी
करीब 3 दिन पहले ही केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल पर एक्साइज ड्यूटी (Special Excise Duty) और रोड सेस (Road Cess) बढ़ाने का ऐलान किया है. इस फैसले के बाद देश में पेट्रोल-डीज़ल के दाम 3 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ गए हैं. सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चा तेल सस्ता होने की वजह से यह फैसला लिया गया है.हालांकि, सरकार ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आगे भी कमी आएगी, जिसका सीधा लाभ ग्राहकों को मिल सकेगा.
दुनियाभर के स्टॉक मार्केट में गिरावट
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा रेट कट के बाद भी सोमवार को यूएस मार्केट में भारी गिरावट दर्ज की गई. चौतरफा बिकवाली की वजह से यूएस स्टॉक मार्केट में 15 मिनट के लिए ट्रेडिंग बंद करनी पड़ी. वहीं, सोमवार भारत समेत लगभग सभी एशियाई बाजारों में गिरावट दर्ज की गई. घरेलू बाजार में प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी भी क्रमश: 2,713 और 765 अंक टूटकर बंद हुए.
साभार- न्यज 18