Publish Date:19-May-2019 02:35:19
साध्वी को सद्बुद्वि प्राप्त हो, इसे लेकर कांग्रेसजनों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भजन गाये
भोपाल, 18 मई, 2019, प्रदेश कांगे्रस के कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल और अधिवक्ता अश्विनी सिंह राठौड़ सहित करीब 100 से अधिक कांगे्रसजन आज साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने के लिए हबीबगंज थाने पहुंचे। यहां पर उन्होंने देखा कि थाने के गेट बाहर से बंद थे, इस पर टी.आई. श्री सक्सेना स्वयं अपने पुलिसकर्मीयों के साथ थाने से बाहर आये और प्रतिनिधिमंडल से मिले। प्रतिनिधि मंडल ने उन्हें बताया कि हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अनुयायी हैं, वह राष्ट्रपिता जिन्होंने यूरोप से वकालत छोड़कर स्वदेश की सेवा का बीड़ा उठाया। उन्होंने लोगों को जब बेहाल स्थिति में देखा कि लोगों के पास तन ढकने के लिए कपड़ा तक नहीं है, लोग भूख, प्यास से तड़प रहे हैं और अंगे्रजों की यातनाओं के शिकार हो रहे हैं, अंगे्रजांे ने देश के लोगों को पूरी तरह शोषित कर रखा था, तब उन्होंने देश के नागरिकों की भलाई के लिए आजादी की लड़ाई में कूदना बेहतर समझा। वेे स्वयं अपने तन पर एक कपड़ा लपेढ़कर अंगे्रजों के खिलाफ देश को एकजुट करने में जुट गये।
उस समय देश में छुआछूत जैसी कई विषंगतियां थी। न तो टेलीफोन थे न ही अखबार, किंतु ऐसी विषम परिस्थिति में अपनी योग्यता के दम पर देश में हिन्दु, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सभी को एकजुट किया। इतने बड़े वकील होने के बावजूद देश की जतना के भले के लिए कई राते अंग्रेजों के जुल्मांे का शिकार होकर जुल में गुजारीं, लेकिन हार नहीं मानी और आखिर में उनके नेतृत्व में देश को आजादी मिली। वे चाहते तो देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री बन सकते थे। किंतु उन्होंने उसी वेशभूषा में रोजगार और विकास के लिए ग्रामोद्योग, सूर्योदय जैसी योजनाओं के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया।
नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी, जिससे पूरा देश ही नहीं पूरा विश्व दुखी और व्यथित हो गया। आज महात्मा गांधी का नाम सत्य और अहिंसा के पुजारी और क्षमता के कारण पूरे देश ही नहीं पूरे विश्व में सम्मान के साथ लिया जाता है। साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वालांे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या करने वाले गोडसे को देशभक्त कहना सबसे बड़ा गुनाह है। इससे लोगों को गहरा आघात पहुंचा है। प्रज्ञा साध्वी जैसे लोग देश की एकता-अखण्डता के लिए घातक हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाये।
बाद में थाने पर सीएसपी व अन्य अधिकारी भी वहां आ गये। उन्होंने एफआईआर न लिखते हुए आवेदन लिया और कांगे्रस के प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि अभी कंट्रोल रूम में इसी सिलसिले में बैठक चल रही हैं, आवेदन पर हम कार्यवाही करेंगे। (पुलिस को एफआईआर के लिए दिया गया शिकायती आवेदन संलग्न है।)
इस अवसर पर श्री गोयल एवं श्री राठौड़ के साथ, प्रदेश कांगे्रस मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता के अलावा प्रकाश चैकसे, आकाश खरे, आशीष श्रवण, अनिल जैन, अनिल अहिरवार, उमेश अहिरवार, विक्कीसिंह, अनिल दुबे, जाहिद अली, दीपक गुप्ता, संतोष लोहर, सज्जन परमार, डाॅ. केशव तिवारी, वीरेन्द्र वैद्य, प्रदीप मालवीय, राहुल राठौर,चेतन साहू, हेमंत रजक, सुनील सिकरवार, शिवराज ठाकुर, सौरभ चैकसे, शुभम इंद्रासे, प्रगति गुप्ता, भारती बाथम, जगदीश मेडे, सतीश कनौजिया, हीरालाल श्रीवास, समयलाल कोल, लक्की घेघट, मोहन माइकल, सूर्या इनवाती, राकेश सियोते और कैलाश कटारे आदि उपस्थित थे।
साध्वी को सद्बुद्वि प्राप्त हो, इसे लेकर कांग्रेसजनों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भजन गाये
अखिल भारतीय हरिजन संघ, जिसको महात्मा गांधी ने वर्ष 1932 में छुआछूत मिटाने और कमजोर वर्ग के विकास के लिए गठित किया था, जिसमें आधे संचालक अनुसूचित जाति और आधे संचालक सामान्य वर्ग के रखे गये थे। घनश्याम दास बिड़ला एवं जमनालाल बजाज जैसे उद्योगपति एवं समाजसेवी इस बोर्ड के सदस्य रहे हैं। उसी संस्था के मध्यप्रदेश चेप्टर के मध्यप्रदेश हरिजन सेवक संघ के उपाध्यक्ष श्री गोविंद गोयल और कांगे्रसजनों ने आज इंदिरा भवन के सामने लिंक रोड़ पर स्थित इंदिरा गांधी की प्रतिमा के सम्मुख राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संगीत की धुन पर भजन गाये।
मीडिया ने भजन कार्यक्रम के बारे में जब श्री गोयल से पूछा कि इसका उद्देश्य क्या है तो श्री गोयल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमारा एक मात्र उद्देश्य उन लोगों को सही रास्ते पर लाना है, जो महात्मा गांधी के देश, जिसकी एकता-अखण्डता जो पूरी दुनिया में मशहूर है और उसका लोहा पूरी दुनिया मानती है। लेकिन कुछ लोग निजी स्वार्थवश साम्प्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़कर अपना स्वार्थ सिद्व कर रहे हैं। ऐसे लोगों को भगवान एवं महात्मा गांधी की कृपा एवं आशीर्वाद से सद्बुद्धि प्राप्त हो। जिन महात्मा गांधी ने अफ्रीका में वकालत छोड़कर देश को एकजुट किया तथा आजादी दिलायी, आज उनके हत्यारों की तारीफ करना बेहद शर्मनाक कृत्य है। उन्होंने कहा कि आज जो भजन किये गये हैं, उससे ऐसे तत्वों को सद्बुद्धि प्राप्त हो, देश की एकता व अखण्डता एवं प्रजातंत्र मजबूत हो, क्योंकि जिस देश में सुई से लेकर साईकिल तक विदेश से आती थी, आज एकता अखण्डता और प्रजातंत्र की दम पर देश दुनिया की पहली शक्ति के रूप में खड़ा हो गया है।
इस अवसर पर श्री गोयल के साथ भजन कार्यक्रम में प्रकाश चैकसे, आकाश खरे, आशीष श्रवण, अनिल जैन, अनिल अहिरवार, उमेश अहिरवार, विक्कीसिंह, अनिल दुबे, जाहिद अली, दीपक गुप्ता, संतोष लोहर, सज्जन परमार, डाॅ. केशव तिवारी, वीरेन्द्र वैद्य, प्रदीप मालवीय, राहुल राठौर,चेतन साहू, हेमंत रजक, सुनील सिकरवार, शिवराज ठाकुर, सौरभ चैकसे, शुभम इंद्रासे, प्रगति गुप्ता, भारती बाथम, जगदीश मेडे, सतीश कनौजिया, हीरालाल श्रीवास, समयलाल कोल, लक्की घेघट, मोहन माइकल, सूर्या इनवाती, राकेश सियोते और कैलाश कटारे सहित बड़ी संख्या में कांगे्रसजन उपस्थित थे।