उज्जैन में महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शन की नई व्यवस्था की आम श्रद्धालुओं द्वारा सराहना
Publish Date:07-Mar-2016 21:40:57
सिंहस्थ की दृष्टि से दर्शन व्यवस्था का ट्रायल
महाकाल टनल से भी प्रवेश करवाया
उज्जैन में महाशिवरात्रि पर्व पर आज भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिये हजारों दर्शनार्थियों की कतार महाकाल मन्दिर के पट खुलने से पहले ही लगना शुरू हो गई थी। इस बार जिला प्रशासन द्वारा नई व्यवस्था लागू की गई, जिसकी आम श्रद्धालुओं ने सराहना की। दर्शनार्थियों द्वारा कहा गया कि “इस बार की व्यवस्था बहुत अच्छी की गई, भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिये प्रवेश की अलग-अलग व्यवस्था की गई थी।' दर्शनार्थियों की कतार को हरसिद्धि मन्दिर की ओर से बड़ा गणेश और महाकाल मन्दिर के मुख्य द्वार से होते हुए जिकजेक तक ले जाकर दो भाग में बाँटते हुए दर्शन की व्यवस्था की गई थी। सिंहस्थ की दृष्टि से दर्शन की व्यवस्थाओं का यह पहला ट्रायल था। महाकाल टनल से भी प्रथम बार दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया गया।
दर्शनार्थियों को भगवान महाकाल के दर्शन आधे घंटे के अन्दर हो रहे थे। इस बार कम समय में दर्शन होने पर दर्शनार्थियों द्वारा कहा गया कि ऐसी ही व्यवस्थाएँ आने वाले सिंहस्थ महापर्व में भी की जाये। दर्शन के लिये आई गुजरात की श्रीमती कौशल्याबाई ने अपने परिजन के साथ दर्शन कर व्यवस्था की सराहना की। झाबुआ जिले की पेटलावद तहसील के ग्राम धतुरिया निवासी रतन, कैलाश, विजय, जुवानसिंह आदि 10-12 लोगों के साथ दर्शन के लिये आये थे। उन्होंने कहा कि वे हर साल महाकाल के दर्शन के लिये आते हैं, परन्तु इस बार की व्यवस्था अच्छी लगी।
भगवान महाकाल के दर्शन शिवरात्रि पर्व पर दूर-दराज के हजारों श्रद्धालुओं ने किये। मध्य प्रदेश के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि विभिन्न स्थानों से आकर भक्तजनों ने भगवान महाकाल के दर्शन कर पुण्य लाभ लिया। दर्शन के बाद दर्शनार्थी अनादि कल्पेश्वर महादेव के पास से नवीन निर्गम द्वार से बाहर निकल रहे थे, जहां उन्हें जूते-चप्पल कपड़े की थैली में नि:शुल्क प्राप्त हो रहे थे। इस व्यवस्था से भी दर्शनार्थी खुश नजर आये। हरसिद्धि की ओर से आने वाले दर्शनार्थियों के जूते-चप्पल हरसिद्धि रोड पर ही प्राप्त कर रहे थे। वहाँ से कपड़े की थैली में नम्बरिंग कर ई-रिक्शा से निर्गम द्वार के पास बने जूता स्टेण्ड पर व्यवस्थित रखवाये जा रहे थे। यहीं से दर्शनार्थी अपने जूते-चप्पल प्राप्त कर रहे थे। आम दर्शनार्थियों की व्यवस्था के साथ ही 151 रूपये की रसीद कटवाने वाले दर्शनार्थी तथा वीआईपी एवं मीडिया के प्रवेश की अलग-अलग व्यवस्था की गई थी। श्री महाकालेश्वर मन्दिर में आकर्षक रोशनी का भी आनन्द दर्शनार्थियों ने लिया।
अनादि कल्पेश्वर महादेव के समीप प्रसादी काउंटर लगाये गये थे। निर्गम द्वार के बाहर रूद्रसागर के किनारे विभिन्न संगठन द्वारा फरियाली खिचड़ी, दूध आदि की नि:शुल्क व्यवस्थाएँ की गई थी। इन व्यवस्थाओं से भी दर्शनार्थी खुश नजर आये और फरियाली का लुत्फ उठाया।