Publish Date:22-May-2018 23:46:21
मुंबई, आईपीएल के पहले क्वॉलिफायर में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और चेन्नै सुपर किंग्स (CSK)के बीच खेले गए रोमांचक मुकाबले में चेन्नै ने सनराइजर्स हैदराबाद को 2 विकेट से हरा कर टूर्नमेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। सनराइजर्स ने सुपर किंग्स को 140 रन का टारगेट दिया था। चेन्नै ने मैच के अंतिम पलों में फाफ डु प्लेसिस (67*) की उम्दा पारी की बदौलत इस मैच में 5 बॉल शेष रहते जीत दर्ज कर ली। डु प्लेसिस ने 42 बॉल की अपनी इस पारी 5 चौके और 4 छक्के जमाए। इस उम्दा पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
डु प्लेसिस पारी की शुरुआत से लेकर अंत तर एक छोर पर बने रहे और आखिरकार विजयी छक्का जड़कर किंग्स के अंदाज में अपनी टीम को फाइनल में एंट्री दिलाई। आईपीएल के इतिहास में यह 7वां मौका है, जब चेन्नै सुपर किंग्स की टीम टूर्नमेंट के फाइनल में पहुंची है। बता दें हर बार इस टीम की कमान महेंद्र सिंह धोनी के हाथ में ही रही है।
इससे पहले आसान से दिख रहे 140 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी CSK की शुरुआत भी खराब रही। एक छोर से CSK की टीम अपने विकेट नहीं संभाल पा रही थी और 92 रन तक आते-आते उसके सात खिलाड़ी पविलियन लौट चुके थे। इसके बावजूद डु प्लेसिस ने अपना धैर्य बनाए रखा और वह एक छोर को अंत तक संभाले खड़े रहे। जब मैच निर्णायक पलों में जा रहा था, तो डु प्लेसिस ने रन बनाने के लिए कमान अपने हाथ में ले ली।
इस बीच 113 के स्कोर पर हरभजन सिंह (1) रन आउट हो गए, तो भी डुप्लेसिस ने शानदार खेल जारी रखा। हरभजन के बाद 9वें विकेट के लिए क्रीज पर आए शार्दुल ठाकुर (15*) ने उनका शानदार साथ निभाया और 5 बॉल की अपनी पारी में तीन चौके जड़कर 15 रन बनाए और दूसरे छोर पर डु प्लेसिस के लिए राह आसान कर दी। अंत में जब चैन्नै को जीत के लिए 6 बॉल में 6 रन की दरकार थी, डुप्लेसिस ने अंतिम ओवर की पहली बॉल पर छक्का जड़कर मैच CSK के नाम कर दिया।
इससे पहले 140 रन के आसान से दिख रहे लक्ष्य का पीछा करने उतरी CSK की टीम की शुरुआत खराब रही। शेन वाटसन (0) अपना खाता भी नहीं खोल पाए कि भुवनेश्वर की बॉल पर वह विकेटकीपर श्रीवत्स गोस्वामी को कैच देकर पविलियन लौट गए। यहां से सुरेश रैना ने अपनी टीम की पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन जब टीम का स्कोर 24 पहुंचा रैना भी पविलियन लौट गए। यहां सिद्धार्थ कौल ने सुपर किंग्स को एक के बाद एक लगातार 2 झटके देकर बैकफुट पर धकेल दिया। पहले कौल ने रैना (22) को बोल्ड किया फिर अगली ही बॉल पर रायुडू (0) को बोल्ड कर हैरान कर दिया। इन 2 झटकों ने हैदराबाद के खेमे में नई ऊर्जा भर दी।
धोनी और फाफ डु प्लेसिस की जोड़ी ने मिलकर 15 रन जोड़े और यहां पर विलियमसन ने राशिद खान के हाथ में बॉल दे दी। राशिद ने धोनी (9) को बोल्ड कर हैरत में डाल दिया। राशिद की यह बॉल गुगली थी और धोनी इस इस बॉल को कतई नहीं पड़ पाए। इसके बाद राशिद ने ड्वेन ब्रावो (7) को मैच में अपना दूसरा शिकार बनाया। यहां 57 के स्कोर पर CSK की आधी टीम पविलियन में थी।
केन विलियसन ने एक बार फिर अपने तेज गेंदबाज संदीप शर्मा के हाथ में बॉल दी और इस बार संदीप ने भी अपना विकेट का खाता खोल लिया। संदीप ने अभी-अभी क्रीज पर आए रविंद्र जडेजा (3) को अपनी ही बॉल पर कॉट एंड बोल आउट कर पविलियन भेजा। यह 62 के स्कोर पर चेन्नै सुपर किंग्स को छठा झटका था। अभी स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 92 रन ही जुड़े थे, लेकिन चेन्नै सुपर किंग्स की टीम ने यहां दीपक चाहर (10) के रूप में अपना 7वां विकेट गंवा दिया। चेन्नै के लिए मैच की राह आसान नहीं लग रही थी, बस उसके लिए राहत की बात यही थी कि ओपनिंग पर आए डुप्लेसिस अभी भी क्रीज पर थे। अंत में हारी बाजी को जीत में कैसे बदला जाता है यह इस अनुभवी बल्लेबाज ने बखूबी कर के दिखा दिया।
इससे पहले चेन्नै ने टॉस जीतकर सनराइजर्स को पहले बैटिंग का न्योता दिया था। सनराइजर्स ने निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट गंवाकर 139 रन बनाए। कार्लोस ब्राथवेट ने पारी के अंतिम पलों में 29 बॉल में 43 रनों की नाबाद पारी खेलकर हैदराबाद को इस स्कोर पर पहुंचाया। ब्राथवेट ने इस शानदार पारी में 4 छक्के और 1 चौका जड़ा।
मैच की शुरुआत में सुपर किंग्स को उसके तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने ड्रीम स्टार्ट दिया। उन्होंने मैच की पहली ही बॉल पर शिखर धवन (0) को बोल्ड कर पविलियन भेज दिया। इसके बाद ओवर की अंतिम तीन बॉल पर कप्तान केन विलियमसन ने लगातार 3 चौके जड़कर अपनी टीम को मैच में तुरंत वापस लाने का शानदार प्रयास तो किया, लेकिन निरंतर अंतराल पर सुपर किंग्स के बोलर सनराइजर्स को झटके देते रहे और उसे दबाव से उबरने का मौका ही नहीं दिया।
पारी के चौथे ओवर में लुंगी गिडी ने श्रीवत्स गोस्वामी (12) को अपनी ही बॉल पर कैच कर पविलियन भेज दिया। इससे पहले श्रीवत्स को एक मौका तब मिला था, जब धोनी उन्हें रनआउट करने से चूक गए। लेकिन श्रीवत्स इस मौके का फायदा ज्यादा देर तक नहीं उठा पाए। तीन बॉल बाद ही शानदार लय में दिख रहे कप्तान केन विलियसमन (24) को शार्दुल ठाकुर ने धोनी के हाथों कैच आउट करा दिया। विलियसमन 15 बॉल की अपनी पारी में 4 चौके जड़कर हैदराबादी पारी को ट्रैक पर लाते दिख रहे थे। विलियसमन आउट हुए, तो शाकिब अल हसन भी ज्यादा कुछ खास नहीं कर पाए और 50 के स्कोर पर वह ड्वेन ब्रावो का शिकार बन गए। 12 रन बनाकर शाकिब भी धोनी को कैच दे गए।
अब सनराइजर्स को मनीष पांडे और यूसुफ पठान की जोड़ी से उम्मीद थी, लेकिन 8 रन बनाकर पांडे रविंद्र जडेजा की बॉल पर उन्हें कैच दे गए। 69 के स्कोर पर यह सनराइजर्स को 5वां झटका था। मनीष पांडे इस टूर्नमेंट में पांडे फ्लॉप ही साबित हुए हैं और उन्होंने इस बार सिर्फ 3 बार ही अपना स्कोर फिफ्टी के पार पहुंचाया है। यूसुफ पठान (24) अभी सनराइजर्स की पारी में कुछ जान फूंक ही रहे थे कि उनके एक शॉट को ड्वेन ब्रावो ने अपनी ही बॉल पर कैच कर लिया। यह 88 के स्कोर पर सनराइजर्स हैदराबाद की टीम को छठा झटका था।
यहां से कार्लोस ब्राथवेट का साथ निभाने भुवनेश्वर कुमार आए। जब भुवी क्रीज पर आए, तब पारी में 5 ओवर बाकी थे और हैदराबाद का स्कोर अभी 100 भी नहीं हुआ था। दोनों बल्लेबाजों ने सूझबूझ से पारी के अंत तक खेलने का प्लान बनाया। भुवी ने 11 बॉल में भले ही 7 रन जोड़े, लेकिन ब्राथवेट के साथ वह अंत तक खड़े रहे। दूसरे छोर से ब्राथवेट ने बाउंड्री निकालना शुरू कर दिया। ब्राथवेट ने 29 बॉल की अपनी पारी में 4 छक्के और 1 चौका जड़कर नाबाद 43 रन बनाए और हैदराबाद का स्कोर 139 तक पहुंचा दिया। भुवी पारी की अंतिम बॉल पर रन चुराने के प्रयास में धोनी के हाथों रन आउट हुए।
साभार- नवभारत टाइम्स