Publish Date:12-Aug-2019 00:27:04
नई दिल्ली, 11 अगस्त 2019, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए सीबीएसई एग्जाम फीस बढ़ाए जाने पर बोर्ड ने सफाई दी है. एससी एसटी छात्रों के लिए अब 750 रुपए से बढ़कर 1200 रुपए का शुल्क जमा कराना होगा, जबकि सामान्य वर्ग के छात्रों को 750 रुपए से बढ़कर 1500 रुपए जमा कराना होगा. मीडिया में कुछ ऐसी खबरें थीं कि बोर्ड ने एससी/एसटी छात्रों की फीस 50 रुपए से बढ़ाकर 1200 रुपए कर दिए हैं.
बोर्ड ने कहा कि सीबीएसई बोर्ड की फीस हर जगह एक समान है. सिर्फ दिल्ली सरकार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं के लिए भुगतान करती है. बढ़ी हुई फीस के मामले में भी दिल्ली सरकार एससी/एसटी के छात्र-छात्राओं के लिए भुगतान कर सकती है. पेमेंट का तरीका दिल्ली सरकार और छात्रों का आंतरिक मसला है.
सीबीएसई ने कहा कि यह स्पष्ट किया जा चुका है कि परीक्षा की फीस पूरे देश में बढ़ाई गई है न कि सिर्फ दिल्ली में. यह बढ़ोतरी 5 साल के बाद की गई है. सीबीएसई से संबद्ध देश-विदेश के सभी स्कूलों में छात्रों की सभी श्रेणियों के लिए यह बढ़ोतरी की गई है.
देश के सभी छात्रों के लिए यह फीस 750 थी जो बढ़ा कर 1500 रुपए (एससी/एसटी के लिए 1200 रु.) की गई है. दृष्टिहीन छात्रों के लिए कोई शुल्क नहीं है. केवल दिल्ली के लिए एक विशेष व्यवस्था के रूप में, एससी/एसटी छात्रों के लिए फीस 350 रुपए हुआ करती थी. इन 350 रुपयों में एससी/एसटी छात्र मात्र 50 रुपए देते थे और बाकी के 300 रुपए दिल्ली सरकार चुकाती थी. दिल्ली में जनरल कैटगरी के छात्र देश के अन्य हिस्सों के छात्रों की तरह 750 रुपए चुकाते थे जिन्हें अब 1500 रुपए देने होंगे.
साभार- आज तक
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