Publish Date:14-May-2019 20:47:24
WhatsApp में एक बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई है. एक मिस्ड कॉल के जरिये लोगों के मोबाइल फोन्स को हैक किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूजर्स को सिर्फ एक वॉट्सऐप कॉल कर उनके फोन के कैमरा और माइक को हैक कर लिया गया. साथ ही, यूजर्स के ईमेल से लेकर मेसेज और लोकेशन डेटा तक का पता इससे मिल गया. यह स्पाईवेयर एंड्रॉयड फोन में ही नहीं काफी सुरक्षित माने जाने वाले एपल के आईफोन के डेटा में भी सेंध लगा रहा है.
हालांकि, अब वॉट्सऐप ने इस गड़बड़ी को ठीक कर दिया है. आप WhatsApp को अपडेट कर इस समस्या से पूरी तरह छुटकारा पा सकते हैं. इसीलिए कंपनी ने अपने यूजर्स को तुरंत ऐप अपडेट करने को कहा है. आपको बता दें कि फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि यह एक बग था जो वॉट्सऐप के ऑडियो कॉल फीचर में आया था. वॉट्सऐप का कहना है कि इस गड़बड़ी का पता चलते ही इसे पिछले महीने फिक्स कर दिया गया था, यूजर्स को सिर्फ अपना ऐप अपडेट रखना है.
तुरंत करें अपडेट-मेसेजिंग ऐप्स WhatsApp अपने सभी यूजर्स से ऐप के लेटेस्ट वर्जन को डाउनलोड करने की अपील कर रही है. साथ ही यूजर्स को अपना स्मार्टफोन और उसका ओएस भी अपडेट करना चाहिए.
>> सिटिजन लैब्स के रिसर्चर्स के मुताबिक वॉट्सऐप में इस गड़बड़ी का पता मई की शुरुआत में लगा, जब यूके के एक मानवाधिकार से जुड़े वकील पर एनएसओ के इस प्रोग्राम के अटैक का मामला सामने आया. (ये भी पढ़ें-WhatsApp की हर Video Call को Record करना है आसान, वीडियो में देखें पूरा तरीका )
>> वॉट्सऐप ने अपने सभी यूजर्स से फौरन ऐप अपडेट करने को कहा है. सिक्यॉरिटी रिसर्चर्स और वॉट्सऐप की ओर से भी कन्फर्म किया गया है कि यह स्पाईवेयर इजराइल के सीक्रेटिव एनएसओ ग्रुप ने डेवलप किया है.
>> किसी को मिस कॉल करने भर से इस स्पाईवेयर को फोन में डाला जा सकता है.
चार स्टेप में करें ऐप अपडेट-गूगल प्ले स्टोर में जाएं. वॉट्सऐप टाइप करें. वॉट्सऐप अपडेट का ऑप्शन शाे होगा. अपडेट ऑप्शन पर क्लिक करें. ऐप अपडेट होने के बाद ओपन पर क्लिक करें. आपका ऐप अपडेट और पूरी तरह से सुरक्षित हो चुका होगा.
हुआ क्या है- इजराइल का एनएसओ ग्रुप सरकार के लिए काम करता है और अलग-अलग तरीकों से जानकारी जुटाने के लिए प्रोग्राम बनाता है.
>> वॉट्सऐप ने अपने बयान में इस ग्रुप का जिक्र किए बिना कहा, 'अटैक एक प्राइवेट कंपनी से जुड़ा हुआ था, जो मोबाइल फोन ऑपरेटिंग सिस्टम्स में सरकार के समर्थन से स्पाईवेयर डालती है.'
>> एनएसओ ग्रुप ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि एनएसओ किसी भी स्थिति में ऐसे यूजर्स को निशाना नहीं बनाता, न ही किसी यूजर या संगठन पर ऐसे अटैक का समर्थन नहीं करता.
साभार- न्यूज 18