राजकाज न्यूज, भोपाल
राजधानी भोपाल के मुख्य स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर तीन पर गुरूवार सुबह 9 बजे फुटओवर ब्रिज की जर्जन सीढि़यों के गिरने से 9 यात्री घायल हो गये। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे एवं पुलिस के अधिकारी स्टेशन पहुंच गये। मलबा हटाने का कार्य जारी है। घायलों को हमीदिया अस्पताल एवं एक निजी अस्पताल में ले जाया गया हैं, जहां उनका उपचार किया जा रहा हैं। पीआरओ आईएम सिद्धीकी के अनुसार 7 से 8 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने पूर्व इसकी शिकायत की बात से इंकार किया है। उधर, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने हादसे के स्थल का निरीक्षण किया और गंभीर घायलों को 50-50 हजार एवं अन्य घायलों को 10-10 हजार दिये जाने की घोषणा की। साथ ही रेलवे प्रशासन से पूरे मामले की जांच की मांग की। रेलवे पुलिस की एडीजी अरूणा मोहन राव ने भी घटना स्थल का जायजा लिया।
भोपाल रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह एक हादसा हो गया। प्रात: 9 बजे करीब 2 और 3 नंबर प्लेटफार्म को जोड़ने वाला फुटओवर ब्रिज की सीढि़यों का एक हिस्सा अचानक नीचे आ गिरा, जिसमें 9 लोग घायल हो गए। घटना के बाद स्टेशन पर भगदड़ की स्थिति बन गई। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और यात्रियों को वहां से हटाया। घायलों को रेलवे के अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है। घटना के बाद प्लेटफार्म नम्बर 2 एवं 3 पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है।
घटना में रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। यहां कुछ लोगों ने पहले इस बात की सूचना दी थी कि फुटओवर ब्रिज जर्जर हो चुका है। लेकिन इसमें कोई सुधार नहीं किया गया। यह बात सामने आ रही है कि यात्री इसी ब्रिज के नीचे बैठे थे, तभी वो मलबा नीचे गिरा। इसके बाद से ब्रिज से गुजर रहे लोग भी पीछे की ओर भागे और नीचे उतर आए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना में ब्रिज पर से गुजर रहे लोग और उसके नीचे बैठे लोग घायल हुए हैं। सुबह नौ बजे झेलम पंजाब मेल समेत अन्य गाड़ियों के हजारों यात्री यहां से गुजर रहे थे। इसी दौरान एक कंपनी हुआ और ब्रिज का एक हिस्सा नीचे आ गिरा। यह बात भी सामने आ रही है कि यह ब्रिज करीब 50 साल पुराना है।
प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने इस हादसे की जांच पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस पूरे मामले की जांच के लिए रेलवे को पत्र लिखा जाएगा। साथ ही घायलों को मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भोपाल कमिश्नर एवं कलेक्टर से इस मामले में चर्चा की जाएगी।
कैंटीन चलाने वालों ने की थी शिकायत
भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर ब्रिज के नजदीक कैंटीन चलाने वालों ने रेलवे कर्मचारियों को इसकी सूचना दी थी कि ब्रिज का कुछ हिस्सा बहुत जर्जर हो चुका है। सुबह जब वे लोगों को चाय बनाकर दे रहे थे, तभी यह घटना हो गई। इसके बाद वे घायलों को बचाने के लिए दौड़ और मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाला। उनका कहना है कि यह अच्छा रहा कि घटना के वक्त यहां ज्यादा यात्री मौजूद नहीं थी और नहीं तो कई लोग घायल हो जाते।