Publish Date:11-Jun-2019 22:24:10
विजयवर्गीय फिर बोले- 'जिस दिन हो जाएगा बॉस का इशारा, उस दिन गिर जाएगी कमलनाथ सरकार
मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ मंगलवार को आयोजित "किसान आक्रोश रैली" का मंच धड़ाम से गिर गया जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। इस घटना में भाजपा के तीन विधायकों समेत करीब 10 लोग मामूली रूप पर घायल हो गए। यहां भाजपा की किसान आक्रोश रैली के लिए लगा स्वागत मंच टूट गया। इससे महापौर, विधायक समेत अन्य नेताओं को मामूली चोट आईं हैं। आक्रोश रैली को संबाेधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा 'जिस दिन हो जाएगा बॉस का इशारा, उस दिन कमलनाथ सरकार गिर जाएग।
दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर पहुंचने पर किसान आक्रोश रैली का आयोजन मंगलवार को किया जा रहा है। रैली राजमोहल्ला से प्रारंभ होना है। विजयवर्गीय एयरपोर्ट से राजमोहल्ला तक पहुंचते, इससे पहले ही यहां बना स्वागत मंच टूट गया। मंच पर अधिक लोगों के चढ़ने के कारण मंच टूट गया। हादसे में मंच पर मौजूद महापौर मालिनी गौड़, विधायक ऊषा ठाकुर, महेन्द्र हार्डिया, जीतू जिराती, सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर समेत अन्य नेताओं को मामूली चोट आईं हैं। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। घटना के चश्मदीदों ने बताया कि यह हादसा राजमोहल्ला चौराहे पर लकड़ी के पटियों से बनाये गये मंच के अचानक ढह जाने से हुआ। इस दौरान भाजपा के स्थानीय नेताओं और पार्टी के निर्वाचित जन प्रतिनिधियों समेत करीब 60 लोग मंच पर मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि मंच पर इसकी क्षमता से ज्यादा लोग चढ़ गये थे। जिसकी वजह से मंच भरभराकर गिर गया जिससे करीब 10 लोगों को मामूली चोट आयी। इनमें जिले के दो भाजपा विधायक ऊषा ठाकुर और महेंद्र हार्डिया, भाजपा की अन्य स्थानीय विधायक और शहर की महापौर मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ और पार्टी के पूर्व विधायक राजेश सोनकर शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि मंच गिरने के बाद भाजपा के कुछ घायल नेता मौके से रवाना हो गये, जबकि कुछ अन्य घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। इस बीच, शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के एक अधिकारी ने बताया कि मंच गिरने से घायल तीन लोगों को अस्पताल लाया गया।
भाजपा की शहर इकाई के मीडिया प्रभारी देवकीनंदन तिवारी ने बताया कि हादसे के वक्त इंदौर लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद शंकर लालवानी और पार्टी के कुछ अन्य वरिष्ठ नेता भी मंच पर मौजूद थे। तिवारी ने दावा किया कि मंच गिरने से किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोट नहीं आयी।
विधायक उषा ठाकुर के हाथ में फ्रैक्चर
किसान कर्जमाफी पर सरकार को घेरने के लिए आज इंदौर में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की अगुवाई में किसान आक्रोश रैली हुई। इसी रैली के लिए जगह-जगह स्वागत मंच लगाए गए थे। इसी दौरान राजमोहल्ला इलाके में लगा भाजपा का मंच गिर गया। जिससे महू से भाजपा विधायक उषा ठाकुर चोटिल हुईं। आनन-फानन में उन्हें वेदांत अस्पताल में ले जाया गया। जहां जांच में ये पता चला कि उनके एक हाथ में फ्रैक्चर हुआ है। फिलहाल वो अस्पताल में ही भर्ती हैं। उषा ठाकुर के अलावा मंच गिरने की वजह से भाजपा विधायक महेंद्र हार्डिया और सांवेर के पूर्व विधायक राजेश सोनकर को भी चोट आई। राजेश सोनकर को प्राथमिक इलाज के लिए एमवाय अस्पताल ले जाया गया था।
भाजपा नेताओं ने "किसान आक्रोश रैली" में सूबे की कमलनाथ सरकार पर अन्नदाताओं से वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस कथित तौर पर झूठ बोल रही है कि उसने नवंबर 2018 के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान दिया गया किसान कर्ज माफी का अहम चुनावी वचन पूरा कर दिया है। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिराने के लिये भाजपा द्वारा विधायकों को धन का लालच दिये जाने के कांग्रेस के आरोपों के बीच भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि कमलनाथ सरकार भाजपा की कृपा से चल रही है और जिस दिन भाजपा आलाकमान को छींक भर आ गयी, उसी दिन मध्यप्रदेश में भाजपा फिर से सत्ता में आ जायेगी। उन्होंने बुधवार की शाम इंदौर में भाजपा के एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, "यह सरकार (कमलनाथ सरकार) कैसी सरकार है? यह सरकार हमारी कृपा से चल रही है। जिस दिन ऊपर से बॉस का इशारा हो जायेगा ना….."
'पाकिस्तान की जुबान बोल रहे हैं कांग्रेस अध्यक्ष'
भाजपा महासचिव विजयवर्गीय ने कहा, हालिया विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के फैलाये भ्रम जाल के कारण प्रदेश में वोट थोड़ा इधर-उधर चला गया। लेकिन हमें निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है। विजयवर्गीय ने भाजपा कार्यकर्ताओं को ढांढ़स बंधाते हुए कहा, "प्रदेश हमारे हाथ से चला गया, कोई बात नहीं। प्रदेश कभी भी वापस हमारे पास आ जायेगा। जिस दिन दिल्ली वालों को केवल एक छींक आ जायेगी, उसी दिन प्रदेश में हमारी सरकार बन जायेगी।
किसान आक्रोश रैली का मंच गिरने पर खूब सियासत हुई। मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पर तंज कसते हुए कहा कि, पाखंड के कारण ये हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि, कैलाश विजयवर्गीय ने अपना राजनीतिक कद बढ़ाने के लिए शक्ति प्रदर्शन किया था।
उधर, सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भाजपा महासचिव के विवादास्पद बयान पर सूबे के प्रमुख विपक्षी दल को घेरने में देर नहीं की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा, "विजयवर्गीय की बयानबाजी से साफ है कि चुनावी हार से तिलमिलायी भाजपा कमलनाथ सरकार गिराने के लिये विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। भाजपा जनादेश का खुलेआम अपमान कर रही है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि विजयवर्गीय अपने बयानों से प्रदेश सरकार के अधिकारियों को धमकाकर उन पर भाजपा नेताओं के गलत काम करने के लिये बेजा दबाव बना रहे हैं।
किसान आक्रोश रैली 2 घंटे देरी से शुरु हुई
विमानतल से राजमोहल्ला पहुंचते-पहुंचते और स्वागत मंच पर अभिवादन स्वीकार करते-करते कैलाश विजयवर्गीय को समय लग गया और आखिरकार 2 बजकर 25 मिनट पर कैलाश विजयवर्गीय राजमोहल्ला चौराहे पहुंचे। विमानतल से राजमोहल्ला तक ट्रैक्टर पर सवार होकर विजयवर्गीय पहुंचे थे।
पहले दौर का स्वागत भी पूरी तरह कैलाश विजयवर्गीय और उनके गुट के लिए नजर आया। वहीं राजमोहल्ला से यह कारवां किसान जन आक्रोश रैली का दोपहर 2.30 बजे रवाना किया गया। दो घंटे देरी से यह किसान आक्रोश रैली रवाना की गई। रैली शुरु होने के पहले सुदर्शन गुप्ता के कार्यालय के सामने बना मुख्य मंच ढह गया था। कैलाश विजयवर्गीय ने समीप ही दूसरे मंच से दो मिनट का उदबोधन दिया और रैली को रवाना किया। बडी तादाद में भाजपाई इस किसान आक्रोश रैली में मौजूद है, वहीं ट्रेक्टर की कतार भी नजर आई। पूरे जवाहर मार्ग पर मंच ही मंच नजर आए।