Publish Date:12-Nov-2019 10:47:19
नई दिल्ली. भाजपा (BJP) ने वित्तवर्ष 2018-19 के दौरान चेक और ऑनलाइन पेमेंट के जरिये 700 करोड़ रुपये का चंदा मिलने का खुलासा किया है. केंद्र की सत्ताधारी पार्टी की तरफ चुनाव आयोग में दिए हलफनामे के मुताबिक, उसे सबसे ज्यादा चंदा टाटा समूह के प्रोग्रेसिव इलेक्ट्रोल ट्रस्ट (Tata-controlled Progressive Electoral Trust) ने दिया है.
भाजपा ने बताया कि टाटा समूह के ट्रस्ट ने उन्हें 356 करोड़ रुपये का चंदा दिया है, जबकि भारत के सबसे अमीर ट्रस्ट प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने 54.25 करोड़ रुपये दान में दिए. प्रूडेंट ट्रस्ट में भारती समूह, हीरो मोटोकॉर्प, जुबिलेंट फूडवर्क्स, ओरिएंट सीमेंट, डीएलएफ, जेके टायर्स सहित अन्य कॉर्पोरेट सेक्टर से फंड मिलता है.
राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग को दी जाने वाली जानकारी में 20,000 रुपये या उससे अधिक के चंदे को शामिल किया जाता है. ये चंदा पार्टी द्वारा चेक या ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से प्राप्त की गई थी.
इस रिपोर्ट में चुनावी बॉन्ड के रूप में मिले डोनेशन को शामिल नहीं किया गया है. भाजपा को यह डॉनेशन व्यक्तियों, कंपनियों और चुनावी ट्रस्टों से मिला है.
चुनाव संहिता के अनुसार, राजनीतिक दलों को हर वित्त वर्ष में मिलने वाले सारे चंदे का खुलासा करना होता है. वर्तमान में राजनीतिक दलों को 20,000 रुपये से कम का चंदा देने वाले व्यक्तियों और संगठनों के नाम की घोषणा करने की आवश्यकता नहीं है और न ही चुनावी बॉन्ड के माध्यम से दान करने वालों की.
साभार- न्यूज 18