एट्रोसिटी एक्ट में गिरफ्तार सुरेश रावत ग्राम बाजना जिला ग्वालियर की बेलगढा थाने में 3 दिन पूर्व हिरासत में हुई हत्या के मामले में परिवार को शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए सपाक्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ हीरालाल त्रिवेदी एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह भदोरिया ग्राम बाजना पहुंचे उन्होंने पीड़ित परिवार में पीड़ित की माताजी उसके बेटे एवं बेटी से भेंट कर सांत्वना दी।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि खेत की मेढ़ को लेकर उनके परिवार के मुखिया सुरेश रावत तथा दूसरे पक्ष शंभूराम शाक्य के मध्य मामूली विवाद हुआ था। यह कि दोनों पक्ष थाने रिपोर्ट कराने गए थे यह कि उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी तथा दूसरे पक्ष की रिपोर्ट विशेष जातिवर्ग के मान से एट्रोसिटी एक्ट में लिखकर सुरेश रावत को थाने में बंद कर दिया। जब परिवार के लोग थाने में गए तो रुपये 20000 की मांग की गयी और पैसे की व्यवस्था नहीं होने पर इतनी पिटाई किया यह कि शहम 5:30 बजे करीब बेहोश अवस्था में सुरेश रावत को सौंपा जिसे लेकर वे अस्पताल गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया ।
डॉ त्रिवेदी के मुताबिक यह एक बहुत ही गंभीर मामला है। अभी तक एट्रोसिटी एक्ट का दुरुपयोग एक विशेष वर्ग करता रहा है परंतु अब पुलिस भी उसमें शामिल हो गई है यदि यह सांठगांठ इसी प्रकार की रही तब कोई भी सुरक्षित नहीं है। पूर्व में भी इस एक्ट में प्रताड़ित करने से मप्र में 4 मृत हो चुके हैं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद इस प्रकार की घटनाएं कम होने के बजाय और बढ़ी हैं। यद्यपि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रारंभिक रूप से दोषी अधिकारियों को निलंबित कर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है तथा जांच करने के भी आदेश दिए हैं परंतु यह पर्याप्त नहीं है। सपाक्स पार्टी के दोनों पदाधिकारियों ने आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर, एवं पुलिस अधीक्षक ग्वालियर से यह मांग की है कि पीड़ित परिवार को तत्काल कम से कम 50 लाख का मुआवजा दिया जाए तथा उसके परिवार के एक सदस्य को शाशकीय नौकरी दी जाए ताकि वह अपना भरण-पोषण कर सके। साथ ही उन्होंने मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जा कर उन्हें दंडित किया जाए, अन्यथा सपाक्स पार्टी ग्वालियर चंबल संभाग में इस संबंध में एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी।