Publish Date:08-Dec-2019 14:10:17
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के अनाज मंडी क्षेत्र में आग लगने की घटना पर दुख जताते हुए उसे बेहद भयानक बताया. मोदी ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली के रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी क्षेत्र में आग लगने की घटना बेहद भयानक है. मृतकों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. मैं घायलों के जल्द सेहतमंद होने की कामना करता हूं.' उन्होंने लिखा, ‘घटनास्थल पर अधिकारी हर संभव मदद मुहैया करा रहे हैं.' पुलिस के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी स्थित एक फैक्ट्री में रविवार सुबह आग लगने से 43 लोगों की जान चली गई है. मइनमें से ज्यादातर की मौत दम घुटने से हुई है. एलएनजेपी अस्पताल में 53 लोगों को भर्ती किया गया था जिसमें से 34 लोगों की मौत हो गई है और लेडी हार्डिंग कॉलेज में 10 लोगों को भर्ती किया गया था जिसमें 9 लोगों की मौत हुई है और एक व्यक्ति को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया है.
बता दें, कारखाने में आज सुबह आग लग गई और समय कई मजदूर सो रहे थे. एलएएनजीपी अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर किशोर सिंह ने बताया है कि उनके अस्पताल में 34 लोगों की मौत हुई और बाकी लोगों का इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई है और कुछ की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है. उन्होंने कहा कि जो लोग भर्ती हैं उनके फेफड़े में धुआं गया होगा तो अभी उनकी हालत भी खराब हो सकती है. जिस समय यह घटना हुई, उस समय एक कमरे में 20-20 लोग सो रहे थे. हालांकि, दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थीं और 64 लोगों को बाहर निकाल लिया गया था. कई अन्य अस्पतालों में भी लोगों को भर्ती किया गया है.
हादसे के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की. सीएम केजरीवाल ने बताया कि घायलों में शामिल एक शख्स 50 फीसदी से ज्यादा जल चुका है. वहीं, 8 अन्य लोग दम घुटने की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं. घटना में करीब 15 लोग घायल हुए हैं.
मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश
इससे पहले, अनाज मंडी में हादसे वाली जगह पर पहुंचे सीएम केजरीवाल ने इस हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि 7 दिन के भीतर रिपोर्ट आने पर आग हादसे के दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुआवजे का ऐलान
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. वहीं, घायलों को 1-1 लाख रुपए की मदद दी जाएगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने घटना को दुखद बताया और अग्निशमन कर्मियों की सेवा को उनका बेहतर प्रदर्शन बताया. केजरीवाल ने ट्वीट किया, "बहुत ही अधिक दुखद खबर. बचाव राहत कार्य जारी है. घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है."
रेस्क्यू ऑपरेशन भी पूरा हो गया है लेकिन हादसे में कई लोग घायल हो गए हैं. गंभीर रूप से झुलसे लोगों को एलएनजेपी, लेडी हार्डिंग और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के भाई को हिरासत में ले लिया है.
कहा जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी. फायर सर्विस के अधिकारी ने कहा कि 59 लोगों को पहले ही बाहर निकाल लिया गया था. लोगों की मौत झुलसने और दम घुटने से हुई है. उनका कहना है कि इलाके की गलियां बहुत सकरी हैं इसलिए ज्यादा गाड़ियां अंदर नहीं जा पा रही थी. राहत और बचाव कार्य पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में आग लगने की ये सबसे बड़ी घटना है.
एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है फैक्ट्री में देर रात काम करने के बाद लोग सो रहे थे. कुछ देर बाद जब धुएं से उनका दम घुटने लगा तो उन्होंने खिड़की के पास जाकर मदद के लिए आवाज लगाई. आसपास के लोगों ने पुलिस और फायर सर्विस को इसकी जानकारी दी. उसने बताया कि यहां काम करने वाले मजदूर ज्यादातर दूर-दराज से आए हुए हैं.
जिस फैक्ट्री में आग लगी है, वो 600 गज में फैली है और वहां स्कूल बैग पैकेजिंग का काम होता है. पहले एक इमारत में आग लगी और देखते ही देखते आग ने अगल-बगल की दो और इमारतों को अपनी चपेट में ले लिया. ये फैक्ट्रियां बेहद भीड़भाड़ वाले और रिहायशी इलाके में चल रही थीं.