Publish Date:04-Sep-2016 00:12:41
भोपाल,27 अगस्त- राज्य प्रशासनिक सेवा के 30 अधिकारियों, जिनमें अधिकतर ए.डी.एम. एवं समकक्ष पद के हैं। को मिड टर्म केरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत आज शनिवार को डायल-100 का विस्तृत प्रेजेनटेशन दिया गया तथा आपातकालीन सेवा से जुड़ी महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारी देते हुए संचालन प्रक्रिया का लाइव डेमो दिया गया।
प्रशिक्षणार्थियों के प्रश्नों का समाधान करते हुये अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (दूरसंचार) श्री अन्वेष मंगलम ने बताया कि मध्यप्रदेश की डायल-100 सेवा अमेरिका एवं यूरोप के विभिन्न देशों की आपातकालीन सेवा जैसे 911,311 एवं 511 की तुलना में रखी जा सकती है, इसमें विश्वस्तरीय प्रणालियों का उपयोग हो रहा है। आवश्यकता केवल प्रशिक्षण एवं इस सेवा में लगे शासकीय सेवकों में निष्ठा की भावना जाग्रत करने की है। एक अन्य प्रशिणार्थी के प्रश्न के जबाब में उन्होने बताया कि डायल-100 आपातकालीन सेवा है जबकि 181 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन समान्य कालीन सेवा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक डायल-100 श्री अमित सक्सेना , सहायक पुलिस महानिरीक्षक (रेडियो) श्रीमति प्रांजली शुक्ला व अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे । प्रशिक्षण में आये अधिकारियों को उप पुलिस अधीक्षक डायल-100 श्री हरीश मोटवानी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को काल टेकेर्स कक्ष, डिस्पेचर कक्ष, सर्वर रूम, थ्री-लेयर पावर बेकअप यूनिट, इवैंट मोनिट्रिंग / व्हिकल ट्रेकिंग सिस्टम आदि प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी दी गयी तथा डायल-100 एफ.आर.व्ही. का अवलोकन कराया गया।
डायल-100 सेवा व्दारा आपराधिक घटनाओं/दुर्घटनाओं के अतिरिक्त आमजनों व्दारा अन्य किसी भी प्रकार की तात्कालिक मदद माँगे जाने पर संकट में फँसे लगभग 500 व्यक्तियों की मदद की जा रही है। महिलाओं, बच्चों एवं वृद्धजनों व्दारा परेशानी में कॉल किए जाने पर आवश्यकता पड़ने पर तत्काल एफ.आर.व्ही. वाहन व्दारा पुलिस स्टाफ को घटना स्थल पर पहुँचाकर संवेदनशीलता से उनकी मदद व सहायता की जाती है। कम से कम 3-4व्यक्तियों की प्रतिदिन जीवन रक्षा हो रही है। डायल-100 सेवा के प्रभावी होने से अपराधों विशेषकर महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में भरी कमी परिलक्षित हुई है।